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राजस्थान में भर्तियों में पेपर लीक की घटनाओं को लेकर भाजपा सांसद किरोड़ी मीणा मंगलवार को बड़ी संख्या में लोगों के साथ वाहनों में सवार होकर दौसा से जयपुर के नजदीक पहुंचे, लेकिन पुलिस ने शहर में प्रवेश करने से मार्च को रोक दिया. पुलिस ने मार्च को जयपुर में घाट की गुणी से पहले जयपुर-आगरा राजमार्ग पर शहर में प्रवेश करने से रोक दिया, जिसके बाद मीणा वहीं धरने पर बैठ गये. वहीं इस दौरान बेरिकेडिंग तोड़कर उनके समर्थक विधानसभा कूच करना चाहते थे, जहां उनकी पुलिस से झड़प हो गई. जानकारी के मुताबिक मीणा के समर्थकों ने इस दौरान पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ दी, जिसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर वहां से समर्थकों को खदेड़ा. इस दौरान सांसद ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मैं मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहा हूं. सरकार क्यों डरी हुई है. इसमें कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों की संलिप्तता है और सरकार उन्हें बचा रही है. जानकारी के अनुसार फिलहाल धरना खत्म हो गया है.
पेपर लीक मामले में सीएमओ के अधिकारी शामिल
उन्होंने आरोप लगाया कि पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के अधिकारी शामिल हैं. मुख्यमंत्री पहले ही आरोपों को खारिज कर चुके हैं कि पेपर लीक में कोई राजनेता या अधिकारी शामिल नहीं था. मीणा ने अपने समर्थकों के साथ दौसा से यह मार्च शुरू किया. पुलिस ने बताया कि दौसा-जयपुर सीमा पर सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किये गये हैं.
पेपर लीक मामलों को लेकर सरकार पर हमलावर बीजेपी
उल्लेखनीय है कि द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती का पेपर पिछले महीने लीक हो गया था, जिसके बाद पेपर रद्द कर दिया गया. इससे पहले भी कुछ पेपर लीक हुए थे. विपक्षी भाजपा पेपर लीक मामलों को लेकर सरकार पर हमलावर है और आरोप लगा रही है कि पेपर लीक में वरिष्ठ अधिकारी और सत्तारूढ़ दल के नेता शामिल हैं. विपक्ष ने विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाया. सरकार ने सीबीआई जांच की मांग को खारिज करते हुए आज इस मामले पर बयान दिया.