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राजस्थान के धौलपुर जिले में पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है जहां सवा लाख रुपए के इनामी डकैत केशव गुर्जर को पुलिस के साथ रविवार देर रात हुई मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया गया है. जानकारी मिली है कि पुलिस की फायरिंग में केशव गुर्जर के पैर में गोली लगी जिसके बाद वह घायल हो गया. वहीं घायल हालत में गुर्जर को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बता दें कि डकैत केशव गुर्जर की तीन राज्यों की पुलिस तलाश कर रही थी जहां पिछले 10 सालों से वह राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था. फिलहाल पुलिस जंगल में केशव के दो दर्जन से अधिक साथियों की धरपकड़ के लिए तलाशी अभियान चला रही है. दरअसल धौलपुर एसपी धर्मेंद्र सिंह को रविवार की रात केशव गुर्जर के डांग क्षेत्र में छुपे होने की जानकारी मिली थी जिसके बाद वह टीम के साथ खुद जंगलों में पहुंचे थे. वहीं आधी रात को जंगल के रास्तों में केशव की गैंग के साथ पुलिस की करीब तीन-चार घंटे तक मुठभेड़ चली.
चंबल के बीहड़ों से पकड़ा गया डकैत
इस पूरे ऑपरेशन की जानकारी देते हुए एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि अपहरण फिरौती और हत्या के प्रयास समेत 40 मामलों में कुख्यात डकैत केशव गुर्जर की पुलिस तलाश कर रही थी जिसके रविवार को चंबल के बीहड़ों में होने की सूचना मिली. इसके बाद एसपी धर्मेंद्र सिंह अपनी कोबरा की टीम लेकर सोने का गुर्जा थाना क्षेत्र के सोहन बाबा मंदिर के पास पहुंचे और पुलिस की टीम को देखते ही डकैत केशव गुर्जर ने फायरिंग शुरू कर दी जिसके जवाब में पुलिस की फायरिंग में केशव गुर्जर के पैर में गोली लगी. वहीं डीएसपी मनीष कुमार शर्मा ने कहा कि डांग में डकैत के साथियों की तलाश के लिए चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन में कई थानों की पुलिस और एंटी डकैत फोर्स (एडीएफ) भी अभियान के दौरान साथ रही.
कौन है डकैत केशव गुर्जर
बता दें कि केशव गुर्जर धौलपुर के कुदिन्ना गांव का रहने वाला है जो पिछले 10 सालों से फरार चल रहा था. वहीं मुरैना और राजस्थान पुलिस ने मिलकर इस पर 1.20 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था. इसके अलावा केशव पर फिलहाल 40 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. बताया जाता है कि केशव की गैंग राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में वारदातों को अंजाम देती है जिसमें करीब दो दर्जन के करीब बदमाश हैं. एक जमाने में बाइक चोरी करने वाला केशव 2007 में डकैत जगन गुर्जर से जुड़ा जिसके बाद लगातार वारदातों को अंजाम देने लगा. वहीं पुलिस से कई बार उसकी मुठभेड़ हुई लेकिन हर बार पुलिस को वह चकमा देने में कामयाब रहा. पुलिस ने 2017 में गुर्जर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की थी लेकिन जमानत मिलने के बाद वह दोबारा पुलिस के हाथ नहीं आया.
गैंगस्टर की तरह काम करता है केशव
वहीं केशव को ढूंढने में पुलिस काफी समय से मेहनत कर रही है और कई बार बीहड़ में विशेष अभियान भी चलाए गए हैं. केशव के बारे में बताया जाता है कि उसने शादी नहीं की है और उसके पीछे कोई परिवार नहीं है. इसके अलावा केशव को बीहड़ में डकैतों की सालों पुरानी परंपरा बदलने के लिए भी जाना जाता है क्योंकि केशव डकैत होकर एक गैंगस्टर की तरह अपने काम को अंजाम देता था. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वह आमतौर पर किसी व्यक्ति पर फायरिंग नहीं करता था वह सिर्फ फोन कॉल से फिरौती की रकम वसूलता था.