REPORT TIMES
राजस्थान के अजमेर जिले के गंज थाना क्षेत्र के खरेकड़ी में बीते दिनों 70 वर्षीय बुजुर्ग की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने हत्या को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बीते मंगलवार को पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि अजमेर में बाबा लाडू चीता (70) के मर्डर में मुख्य आरोपी ने बाबा को इसलिए मौत के घाट उतार दिया क्योंकि वह उसकी 22 साल की बहन पर गलत नजर रखता था और शादी का दबाव बना रहा था. इसके बाद इससे परेशान होकर युवक ने पहले बाबा का गला दबाया और फिर रसोई में पड़े चाकू से उसका गला रेत दिया. पुलिस के मुताबिक इसके बाद दोनों आरोपियों ने बाबा के घर पर रखे बक्से का ताला तोड़कर कैश और अन्य सामान चोरी किया और मुंबई फरार हो गए. मालूम हो कि 17 जनवरी को थाने पर सूचना मिली थी कि फॉयसागर रोड़ के भट्टे के पास एक मकान में बुजुर्ग का शव मिला है जिसकी पहले गला रेत कर हत्या कर दी गई है. अब मंगलवार को एडिशनल एसपी सिटी विकास सांगवान ने इस मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि 17 जनवरी को गंज थाना क्षेत्र में बाबा लाडू चीता की हत्या कर दी गई थी और लाडू के बेटे ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया था.
बहन पर थी बाबा की गंदी नजर
एडिशनल एसपी सांगवान ने जानकारी दी कि बताया कि लाडू चीता अजमेर में झाड़-फूंक का काम करता था और उसके पास अजमेर और अन्य राज्यों से भी लोग आते थे. वहीं मामले में मुख्य आरोपी महबूब अहमद मुंबई में चीता कैंप ट्रोम्बे का रहने वाला है जिसको किसी रिश्तेदार ने बाबा के बारे में बताया था. इधर महबूब की बहन बीमार रहती थी इसलिए वह उसको दिखाने के लिए लाडू चीता से मिला और बाबा ने महबूब से 15 से 20 हजार रुपए भी लिए लेकिन कई दिनों के बाद भी आरोपी की बहन में कोई सुधार नहीं हुआ. इसके बाद आरोपी महबूब अपने एक दोस्त के साथ वापस बाबा के पास गया और अपनी समस्या बताई लेकिन बाबा ने महबूब से कहा वह उसकी बहन को उसके पास भेज दें नहीं वह जादू टोने से उसे वश में कर लेगा.
कपड़े से गला घोंट चाकू से रेत दिया
इसके बाद आरोपी 17 जनवरी को अपने दोस्त के साथ लाडू चीता के घर पहुंचे और बहन पर गलत नीयत रखने का कहते हुए दोनों आरोपियों ने पहले तो बाबा के पैरों को पकड़ा और कपड़े से गला घोंट दिया. वहीं इसके बाद आरोपियों ने रसोई के चाकू से लाडू का गला रेत कर हत्या कर दी. इसके बाद दोनों आरोपी घर में रखे बक्से का ताला तोड़कर नगदी और अन्य सामान चोरी कर मुंबई फरार हो गए. वहीं घटना की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी धर्मवीर सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया और पूछताछ के दौरान टीम को आरोपियों के मुंबई में होने का पता चला .इसके बाद एक टीम मुंबई के लिए रवाना हुई और टीम ने मुंबई के रहने वाले अजय प्रकाश कनोजिया को पकड़ा और अजय प्रकाश से पूछताछ के बाद मुख्य आरोपी महबूब अहमद को भी अजमेर से गिरफ्तार किया. पुलिस को पता चला है कि दोनों ही दोस्त शातिर किस्म के अपराधी हैं जिन पर मुंबई में दो-दो मुकदमे चल रहे हैं.