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कोल्हापुर: महाराष्ट्र के कोल्हापुर में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम कोल्हापुर जिला बैंक की गड़बड़ियों की जांच करने पहुंची थी. बैंक में ईडी की 30 घंटे से लगातार जांच शुरू थी. यहां सुनील लाड नाम के कर्मचारी कार्यरत हैं. इसी जांच-पड़ताल के दौरान उन्हें हार्ट अटैक आ गया. उन्हें तुरंत पास के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया. ईडी की टीम बैंक के पांच अधिकारियों को अपने साथ ले गई है. लगातार तीस घंटे तक जांच, पांच अधिकारियों को साथ ले जाने और एक कर्मचारी को हार्ट अटैक आने की वजह से बैंक के कर्मचारी काफी आक्रामक हो गए हैं. आज (शुक्रवार, 3 फरवरी) कर्मचारियों ने एक घंटे तक काम बंद कर ईडी की कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन किया. कल (2 फरवरी, गुरुवार) की शाम को भी मुख्य बैंक की शाखा के परिसर में कर्मचारियों ने इकट्ठे होकर जोरदार प्रदर्शन किया. ईडी ने समन्स भेजा था. बैंक कर्मचारियों ने गुरुवार की बजाए शुक्रवार का समय मांगा था. लेकिन ईडी ने इसकी इजाजत नहीं दी. इससे तनाव बढ़ गया.
कर्मचारियों में तनाव और आक्रोश, ईडी के खिलाफ है रोष
30 घंटे तक लगातार जांच से भी कर्मचारियों में असंतोष था. गुरुवार सुबह से ही कर्मचारियों को अपनी सीट पर ही बने रहने का आदेश दिया गया. शाम चार बजे के करीब बैंक के सभी कर्मचारियों को नीचे भेज दिया गया और पांच अधिकारियों को अपने साथ चलने को कहा गया. इससे बाकी कर्मचारी आक्रामक हो गए. कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि अगर इतनी लंबी पूछताछ में किसी कर्मचारी की तबीयत बिगड़ी तो जिम्मेदार ई़डी होगी.
30 घंटे की पूछताछ के बाद 5 अधिकारियों को मुंबई लाया गया
ईडी ने गुरुवार की शाम मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. ए.बी. माने समेत पांच अधिकारियों को अपनी कस्टडी में ले लिया. उन्हें पुलिस सुरक्षा में मुंबई लाया गया. इनसे 30 घंटे तक ब्रिक्स और संताजी घोरपडे शुगर मिल्स से संबंधित लेन-देन से जुड़ी पूछताछ की गई. जिन अधिकारियों से पूछताछ की गई उनमें मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. ए.बी. माने के अलावा आर.जे.पाटील, सहायक व्यवस्थापक अल्ताफ मुजावर, सचिन डोणकर और राजू खाडे शामिल है. इन्हें समन देकर ईडी ने अपनी हिरासत में लिया है और इनसे पूछताछ शुरू है. लेकिन इस पूछताछ में एक अधिकारी को हार्ट अटैक आने के बाद कोल्हापुर में बैंक कर्मचारियों में आक्रोश है.