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छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस का 85वां अधिवेशन शुरू हो चुका है. अधिवेशन में शामिल होने के लिए कांग्रेस के नेता रायपुर पहुंचने लगे हैं. राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी रायपुर पहुंचे हैं. मीडिया से बात करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि, “इस अधिवेशन से कांग्रेस में एक नया संदेश जाएगा और रायपुर से AICC का अधिवेशन देश की राजनीति में एक अहम जगह रखता है. यहां पर प्रस्ताव पारित होंगे और जो संदेश जाएगा उसे हम जन-जन तक पहुंचाएंगे. 2024 के लिए NDA सरकार का रिवर्स काउंटडाउन यहां से शुरू होता है.बता दें, कांग्रेस का यह महाधिवेशन ऐसे समय हो रहा है, जब आगामी लोकसभा चुनाव में करीब एक वर्ष का समय बचा है
और विपक्षी एकजुटता के संदर्भ में लगातार चर्चा हो रही है. विपक्षी एकजुटता को लेकर चल रही चर्चा के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने 21 फरवरी को नगालैंड में कहा था कि अगले साल केंद्र में कांग्रेस की अगुवाई में गठबंधन सरकार बनेगी. हालांकि इसके अगले ही दिन दिल्ली में उन्होंने कहा कि साथी दलों के साथ मिलकर सामूहिक रूप से सरकार का गठन किया जाएगा.पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बीते रविवार को कहा था कि इस महाधिवेशन में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी एकजुटता के संदर्भ में चर्चा की जाएगी एवं आगे का रुख तय किया जाएगा. उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि कांग्रेस की मौजूदगी के बिना देश में विपक्षी एकता की कोई भी कवायद सफल नहीं हो सकती.
नीतीश ने कहा था- विपक्षी एकजुटता में कांग्रेस देरी कर रही
देश में विपक्षी एकजुटता की कवायद से जुड़ी चर्चा को पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक बयान से बल मिला था. नीतीश कुमार ने गत 18 फरवरी को कहा था कि कांग्रेस को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से बने माहौल का लाभ उठाते हुए भाजपा विरोधी दलों को एकजुट कर गठबंधन बनाना चाहिए और अगर ऐसा हो गया तो 2024 के लोकसभा चुनाव में अभी 300 से ज्यादा सीट वाली भारतीय जनता पार्टी को 100 से भी कम सीट पर समेटा जा सकता है.