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जयपुर: राजस्थान यूनिवर्सिटी के मुख्यद्वार पर मंगलवार को सीएम अशोक गहलोत को विरोध का सामना करना पड़ा जहां एबीवीपी के कुछ कार्यकर्ताओं ने गहलोत के काफिले के आगे आकर काले झंडे दिखाए और जमकर नारेबाजी की. जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री मंगलवार दोपहर यूनिवर्सिटी के बाहर एक कार्यक्रम में शामिल होकर वापस लौट रहे थे इसी दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े छात्र उनके काफिले के आगे आ गए और काले झंडे दिखाकर जमकर नारेबाजी की. वहीं सीएम के काफिले के सामने अचानक इस हुए इस घटनाक्रम के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई और पुलिसकर्मियों ने तुरंत कार्यकर्ताओं को वहां से लाठीचार्ज कर खदेड़ा.बताया जा रहा है कि घटनाक्रम के बाज पुलिस ने एबीवीपीस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष भारत भूषण यादव, सचिव रोहित मीणा, देव पलसानिया, गुलजार मीणा और मनु दाधीच को डिटेन किया है. बता दें कि एबीवीपी कार्यकर्ता वीरांगनाओं के मसले पर सीएम का विरोध कर रहे थे.
वीरांगनाओं के सम्मान में सीएम का विरोध
बता दें कि मुख्यमंत्री गहलोत राजस्थान यूनिवर्सिटी के विधि महाविद्यालय के मंगलवार को छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन समारोह में पहुंचे थे जहां उनके साथ मंत्री और विधायक भी मौजूद थे. वहीं सीएम ने कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित किया. वहीं कार्यक्रम से वापस जाते समय आरयू के मुख्य द्वार के सामने ABVP राजस्थान इकाई के कार्यकर्ता पहले सीएम की गाड़ी के सामने आ गए और इसके बाद वीरांगनाओं के सम्मान में नारेबाजी करते हुए काले झंडे दिखाए. इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस प्रशासन ने उनको काफिले के सामने से हटाया और लाठीचार्ज कर वहां से खदेड़ा.
पेपर लीक पर बोले गहलोत
वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि किसी भी परीक्षा का पेपर लीक होने से सरकार की बदनामी होती है लेकिन यह देशभर में हो रहा है जहां आर्मी से लेकर कोर्ट तक की परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे हैं. गहलोत ने कहा कि परीक्षाओं में छात्रों के लिए हमारी सरकार ने बस से लेकर खाने और रूकने तक की पूरी व्यवस्था की लेकिन पेपर लीक ने सारे इंतजामों पर पानी फेर दिया.गहलोत ने कहा कि किसी न किसी बहाने से यूनिवर्सिटी आने का मौका मिलता है तो बहुत अच्छा लगता है और संघर्ष करने से ही विजय होती है. उन्होंने छात्रों से कहा कि हार-जीत की परवाह किए बिना आगे बढ़ना चाहिए क्योंकि आखिर में जीत सत्य की होती है.