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जयपुर: देश की राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ पिछले 5 दिनों से पहलवानों का धरना जारी है. पहलवानों के समर्थन में हरियाणा और पश्चिमी यूपी की कई खाप पंचायतों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. इस बीच राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी ने भी पहलवानों के धरने को समर्थन देने का ऐलान किया है जिसके बाद निर्मल 28 अप्रैल, शुक्रवार को अपनी टीम के साथ धरना स्थल पहुंचेंगे. वहीं निर्मल ने अन्य सभी नेताओं से भी आगे आकर समर्थन देने की अपील की है. मालूम हो कि बुधवार को ही नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल पहलवानों के धरने पर पहुंचे थे.नागौर सांसद बेनीवाल ने बुधवार शाम दिल्ली के जंतर मंतर पहुंचकर पहलवानों के आंदोलन का समर्थन किया. इस दौरान बेनीवाल ने कहा कि रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के जिस पदाधिकारी पर देश के पहलवानों ने संगीन आरोप लगाए हैं उसे बचाया जा रहा है. इससे पहले बेनीवाल ने तीन कृषि कानून का विरोध करते हुए खुद को एनडीए से अलग कर लिया था.
पहलवानों के साथ हो रहा अन्याय : निर्मल
निर्मल ने एक वीडियो जारी कर कहा कि किसान परिवारों से आने वाली बेटियों के साथ इस तरह का अन्याय देश के लिए शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि आज किसी खेल को लेकर इन चुनिंदा खिलाड़ियों के साथ ऐसे हालात हैं ऐसे में यदि इन पहलवानों को न्याय नहीं मिला तो कितने ही खिलाड़ियों का मनोबल टूट जाएगा. चौधरी ने कहा कि मैं पहलवानों की आवाज को मजबूत करने के लिए खुद अपनी टीम के साथ धरनास्थल पर बैठूंगा. निर्मल ने सभी से अपील करते हुए कहा कि समाज के लोगों को देश का नाम रोशन करने वाले इन बेटे-बेटियों के साथ खड़ा होना चाहिए.
बेनीवाल ने भी दिया था समर्थन
गौरतलब है कि बुधवार को आरएलपी सुप्रीमो और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी पहलवानों का समर्थन करने जंतर-मंतर पहुंचे थे जहां उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. बेनीवाल ने इस दौरान कहा था कि हरियाणा के किसान परिवारों से आने वाले बेटे और बेटियां जो देश के लिए मेडल लेकर आई वह आंदोलन करने को मजबूर है इससे बड़ा दुर्भाग्य कुछ नहीं हो सकता है.बेनीवाल ने कहा कि हम झुकना नहीं जानते हैं और जिस तरह किसान आंदोलन के दौरान मोदी सरकार को झुकना पड़ा था उसी तरह ही पहलवानों के जज्बे के आगे सरकार को झुकना पड़ेगा. वहीं बेनीवाल ने पहलवानों का मुद्दा लोकसभा में भी उठाने की बात कही.