REPORT TIMES
लंबे अरसे से चली आ रही सचिन पायलट और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अदावत को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अमेरिका जाने से पहले सुलझाने पर अडिग हैं. इसलिए बीते सोमवार रात हुई इस अहम मुलाकात में आलाकमान ने दोनों से किसी फॉर्मूले पर चर्चा करने के बजाय इमोशनल अपील की. दरअसल, टीवी9 ने बताया था कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तीन फॉर्मूले के जरिए अशोक गहलोत और सचिन पायलट के विवाद को सुलझाने की कोशिश की थी, लेकिन बैक डोर चैनल्स से चल रही बातचीत अंतिम नतीजे पर नहीं पहुंच पाई थी.इसलिए कल रात हुई बैठक में खुद राहुल गांधी पहुंचे. राहुल गांधी ने दोनों नेताओं अशोक गहलोत और सचिन पायलट से कहा कि आप दोनों के सियासी व्यक्तित्व और उम्मीदों का हम ख्याल रखेंगे. आप मिलकर साझा नेतृत्व में चुनाव लड़िए, राजस्थान जीतिए. हिमाचल, कर्नाटक के बाद ये राज्य हमारे लिए सबसे अहम है. एमपी, छत्तीसगढ़ में हम मजबूत हैं. यहां आप मिलकर साझा नेतृत्व में पार्टी जिताइए.
किसी फॉर्मूले पर कोई चर्चा नहीं हुई
राहुल गांधी की इस इमोशनल अपील पर किसी फॉर्मूले पर कोई चर्चा नहीं हुई. दोनों ने साथ मिलकर काम करने का वादा करके सब कुछ राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर छोड़ दिया. इसीलिए बैठक के बाद संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने राजस्थान में साझा नेतृत्व में चुनाव में जाने और दोनों नेताओं के आलाकमान के फैसले के मानने का ऐलान किया, लेकिन दोनों नेता खामोश रहे.
दोनों नेताओं में सियासी ताकत का बंटवारा अभी बाकी
अब ये खामोशी कांग्रेस आलाकमान के लिए तात्कालिक राहत तो है, लेकिन दोनों के बीच सियासी ताकत का बंटवारा अभी बाकी है. इसलिए ये सुलह फिलहाल तात्कालिक है, जब तक आलाकमान का फॉर्मूला सामने न आए और दोनों इसको स्वीकार न कर लें, तब तक ये एक सधा हुआ सियासी फोटो आप से ज्यादा कुछ नहीं.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शेयर की बैठक की फोटो
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अपने ट्वीटर हैंडल से बैठक की एक फोटो शेयर की है. फोटो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा कि, “पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने सचिन पायलट और अशोक गहलोत के साथ बातचीत की. कांग्रेस पार्टी राजस्थान में भी कर्नाटक की सफलता को दोहराने के लिए तैयार है. सभी कांग्रेसी इसके लिए अभी से जुट जाएं.”