REPORT TIMES
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री और जाेधपुर से बीजेपी सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि, राजस्थान की सरकार गैस पर सब्सिडी दे रही है और राजस्थान में डीज़ल और पेट्रोल दूसरे राज्यों से महंगा बिक रहा है. राजस्थान में कानून व्यवस्था को लेकर भी शेखावत ने मौजूदा गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राजस्थान में बड़े-बड़े माफिया हैं, आप सब जानते हैंं. गैस और बिजली की सब्सिडी देकर सरकार ने दो साल तक बंद रखा.अब राजस्थान में बिजली पर 20 हज़ार रुपए किसान के जेब से निकाल कर 2 हज़ार दिए जा रहे हैं.मोदी सरकार में जलशक्ति मंत्रालय के कामकाज पर गजेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि, डेढ़ सदी के संघर्ष के बाद से देश को आज़ादी मिली. कालांतर में 2004 से 2014 तक कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार और विश्व में जो सरकार की शाख़ गिरी और लोगों के अंदर निराशा थी. शेखावत ने कहा कि, 2014 में पहली बार गैरी कांग्रेसी पूर्ण बहुमत की सरकार बनी. मोदी के नेतृत्व में सरकार ने उस खोए हुए विश्वास को नौ साल में हासिल किया. बिना भेद भाव के गरीब व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन हुआ.
गजेंद्र सिंह शेखावत ने आगे कहा कि, भारत विरोधी ताक़तों के बीच जीरो टॉलरेंस में उनके ऊपर कार्रवाई करने का काम किया. विश्व भर में भारत की शक्ति विश्व में पहचानी जाने लगी. पर्यावरण से लेकर अन्य विषयों पर भारत विश्व में नेतृत्व करते हुए दिखाई दे रहा है. गुजरात केरल बिहार आदी प्रदेशों में 100 प्रतिशत पीने का पानी घरो में पहुंचा चुके हैं.
‘भारत तेजी से बढ़ता हुआ स्टार्टअप वाला देश’
शेखावत ने कहा कि, आज भारत दुनिया का सबसे ज्यादा बढ़ता हुआ स्टार्टअप वाला देश बना है. कृषि के क्षेत्र में आज हम दुनिया में सबसे ज्यादा अनाज, दूध , शुगर उत्पादक देश बने हैं. जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि,2004-14 तक पानी पर भारत सरकार ने 26278 करोड़ रुपये खर्च किए. पिछले नौ साल में 280 हज़ार करोड़ खर्च हुआ है. हर घर तक पीने का पानी पहुँचाने का लक्ष्य है. देश में आज 2080 से ज्यादा आज लेबोरेट्री हैं, जहां पीने के पानी की गुणवत्ता टेस्ट करने के लिये सुविधा दी गई है. सेंसर बेस वाटर टेस्टिंग सिस्टम की तैयारी है 11 करोड़ शौचालय देश में बनाये जा चुके हैं. देश में हमने 50 हज़ार अमृत सरवर बनाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन हमने उस लक्ष्य को प्राप्त करते हुए उससे अधिक 56 हज़ार अमृत सरवर बनाए और उससे अधिक अभी बनाए जा रहे हैं.