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मौत से चंद घंटों की दूरी पर थे सलमान…अचानक STF की हुई एंट्री और बिगड़ गया शार्प शूटर संपत का खेल

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एक समय था जब दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में खौफ का दूसरा नाम संपत नेहरा हुआ करता था. वही संपत नेहरा जिसने साल 2018 में एक्टर सलमान खान को मारने की सुपारी ले ली थी. इस वारदात को अंजाम देने के लिए हैदराबाद भी पहुंच गया और सलमान खान की रेकी कर ली. वह वारदात को अंजाम देने ही वाला था कि हरियाणा पुलिस की एसटीएफ को खबर लग गई. इसके बाद एसटीएफ की टीम ने घेराबंदी कर उसे एक लॉज के अंदर से दबोच लिया.क्राइम सीरिज में आज कहानी उसी संपत नेहरा की जिससे बॉलीवुड भी खौफ खाता था. संपत नेहरा  मूल रूप से राजस्थान के चुरू जिले में राजगढ़ तहसील के थलैड़ी गांव का रहने वाला है. हालांकि उसका बचपन चंडीगढ़ में बीता. दरअसल उसके पिता रामचंद्र नेहरा चंडीगढ़ पुलिस में सबइंस्पेक्टर थे. पढ़ाई के शुरुआती दिनों से ही संपत बहुमुखी प्रतिभा का धनी था. पढ़ने में अच्छा तो था ही, लंबाई ठीक ठाक होने की वजह से वह दौड़ भाग में भी बेहतर था. उसके पिता चाहते थे कि ग्रेजुएशन के बाद वह भी पुलिस में भर्ती हो जाए.इसके लिए उन्होंने दौड़ का अभ्यास कराया. इसका फायदा भी मिला और स्कूल और कॉलेज टाइम में संपत ने खूब हिस्सा लिया और राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर के दर्जन भर पुरस्कार भी जीते. चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में पढ़ाई के दौरान संपत की मुलाकात लॉरेंस विश्नोई से हुई. लॉरेंस संपत नेहरा से एक साल सीनियर था, लेकिन बेहद खुराफाती दिमाग का आदमी था. दोनों पंजाब यूनिर्सिटी की छात्र राजनीति में उतरे, लेकिन शुरुआत में ही झगड़ा हो गया. यही इनके लिए टर्निंग प्वाइंट था. इसी झगड़े का बदला लेने के बाद ये दोनों अपराधी बन गए. दोनों मिलकर पहले छोटी मोटी और फिर बड़ी वारदातों को अंजाम देने लगे.

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50 फुट दूर उड़ती चिड़िया पर निशाना लगाने में माहिर है नेहरा

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लॉरेंस सुपारी लेता और संपत नेहरा वारदात को अंजाम देता. इस प्रकार संपत नेहरा के खिलाफ एक के बाद एक कुल 65 मुकदमे दर्ज हो गए. महज चार साल के अंदर ही संपत दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र पुलिस का मोस्टवांटेड बदमाश बन गया. हरियाणा एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक संपत नेहरा कमाल का शूटर है. वह 50 फुट की ऊंचाई पर उड़ान भरती चिड़िया को भी निशाना बनाने में सक्षम है. यदि वह हाथ छुड़ा कर दौड़ लगा दे तो शायद ही कोई पुलिस वाला उसे पकड़ पाए. अनुमान है कि वह 20 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ने में सक्षम है.

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2017 में पहली बार हुआ गिरफ्तार

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संपत से पूछताछ करने वाली हरियाणा एसटीएफ की टीम में शामिल अधिकारियों के मुताबिक संपत ने पहली बार साल 2015 में एक कार लूट को अंजाम दिया था. यह वारदात इसने अकेले अंजाम दिया था और इसी मामले में वह साल 2016 में अरेस्ट भी हुआ, लेकिन जून 2017 में वह पुलिसकर्मियों को धक्का देकर फरार हो गया था.पुलिस के मुताबिक इस बदमाश के खिलाफ पांच राज्यों में 65 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. इनमें से ज्यादातर मुकदमे डकैती, हत्या, हत्या का प्रयास और फिरौती के हैं.

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2018 में लॉरेंस ने ली थी सलमान खान की सुपारी

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साल 2018 में लॉरेंस विश्नोई ने काला हिरण के शिकार मामले में फंसे अभिनेता सलमान खान की सुपारी ले ली थी. चूंकि टारगेट बड़ा था, इसलिए उसने वारदात को अंजाम देने की जिम्मेदारी अपने सबसे खास शूटर संपत नेहरा को सौंपी. इनपुट था कि किसी फिल्म की शूटिंग के लिए सलमान हैदराबाद में रूकने वाले थे. इसलिए संपत 16 दिन पहले ही हैदराबाद पहुंचा और एक पीजी में रह रहे एमबीए की पढ़ाई करने वाले दो छात्रों के साथ ठहर गया.उसने इन छात्रों को बताया था कि वह हैदराबाद में नौकरी की तलाश में आया है. इस दौरान उसने सलमान की रेकी कर ली और वारदात को अंजाम देने से पहले लॉरेंस को सूचित किया. संयोग से हरियाणा पुलिस की एसटीएफ ने उसकी यह बातचीत ट्रैक कर लिया. इसके बाद हैदराबाद पहुंची एसटीएफ की टीम ने वहां लोकल पुलिस की मदद से दबोच लिया. हरियाणा एसटीएफ के तत्कालीन आईजी सतीश बालान के मुताबिक एसटीएफ के लिए यह काफी चुनौतीपूर्ण काम था, लेकिन अच्छी बात यह थी कि हैदराबाद पुलिस ने सहयोग किया और यह बदमाश पकड़ा गया.गिरफ्तारी के बाद यह बदमाश भोंडसी जेल भेज दिया गया, लेकिन उसके खिलाफ अन्य राज्यों में भी केस दर्ज थे, इसलिए वह लगातार इस जेल से उस जेल में भ्रमण करता चला आ रहा है. पिछले ही साल वह दिल्ली के मंडौली जेल में बंद था, लेकिन जब यहां सुशील पहलवान को लाया गया तो इसने जान का खतरा बताते हुए खुद को तिहाड़ जेल में स्थानांतरण करा लिया.

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