REPORT TIMES
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को शिक्षा विभाग में 12,710 संविदा शिक्षकों को रेगुलर पत्र सौंपकर बड़ी राहत दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि वादे के मुताबिक पिछली सरकारों की बदनीयती से परेशान 12,710 अस्थाई अध्यापकों को पक्के होने के नियुक्ति पत्र सौंपे. सभी का पंजाब सरकार के परिवार में स्वागत है. ईश्वर की कृपा से और पंजाबियों के प्यार और साथ से आने वाले दिनों में ओर भी फैसले जनता के हक में होते रहेंगे.उन्होंने कहा कि विश्वास बनाए रखें, बाकी बचे कच्चे कर्मचारियों को भी हम जल्द पक्का करेंगे. हम पंजाब में ‘कच्चा’ शब्द रहने ही नहीं देंगे. शिक्षकों की तनख्वाह बिल्कुल नाममात्र थी. मनरेगा मजदूरों की दैनिक मजदूरी भी इनसे ज्यादा थी. कम तनख्वाह के कारण अन्य काम करके गुजारा करना पड़ता था, लेकिन अब उनकी जिंदगी बदल गई. वेतन भी दोगुना, तिगुना हो गया है.सीएम मान ने कहा कि शिक्षकों को वेतन देना सरकारी खजाने पर बोझ नहीं है. सरकारों का कर्तव्य बनता है कि वे शिक्षकों को समय पर उचित सम्मान दें. शिक्षा के लिए हमारा खजाना कभी खाली नहीं रहेगा. भरोसे की जिम्मेदारी बहुत बड़ी है. पंजाब के लोगों ने मुझ पर विश्वास करके अपनी जिम्मेदारी निभाई, लेकिन मेरी जिम्मेदारी बहुत बढ़ गई है. मैं लोगों के विश्वास पर खरा उतरने की पूरी कोशिश कर रहा हूं.
सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए शुरू होगी बस सर्विस
पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि हम कच्चे-पक्के शिक्षकों को पूरा मान-सम्मान देंगे. वेतन भी बढ़ाएंगे और सवैतनिक अवकाश भी देंगे. शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित करके ही बच्चों का भविष्य सुरक्षित किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य में जनगणना कराने के लिए 66,000 शिक्षकों की मांग की थी, लेकिन उन्होंने स्पष्ट रूप से इनकार कर दिया है. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार जल्द ही सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं के लिए एक बस सेवा शुरू करेगी, जिसमें 12,000 लड़कियों और 8,000 लड़कों सहित 20,000 छात्रों के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू होगा.