REPORT TIMES
लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन मजबूती के साथ एकजुट होने की कोशिश में लगा हुआ है. विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A की तीसरी और अहम बैठक इस महीने की 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होने वाली है, उससे पहले इस गठबंधन को बनाने में सबसे बड़ी भूमिका निभाने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो दिनों से दिल्ली दौरे पर हैं लेकिन आश्चर्यजनक रूप से दिल्ली प्रवास के पहले दिन I.N.D.I.A गठबंधन के किसी नेता से उनकी मुलाकात नहीं हुई है. सिर्फ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के अलावा नीतीश कुमार किसी सार्वजनिक बैठक में नजर नहीं आए, हालांकि बुधवार को अपने आंख का इलाज करवाने एक बार एम्स अस्पताल का दौरा जरूर किया था.
बीजेपी के खिलाफ शुरू की थी मुहिम
बिहार में बीजेपी से संबंध तोड़ने के बाद सितंबर 2022 में नीतीश कुमार ने बीजेपी के खिलाफ एक मजबूत गठबंधन तैयार करने की मुहिम शुरू की थी तब से उनके तमाम दिल्ली दौरे में विपक्षी नेताओं से मिलने का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित होता रहा है, दिल्ली में अक्सर सोनिया गांधी से लेकर राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, सीताराम येचुरी, अरविंद केजरीवाल से उनकी मुलाकात बहुत आम रही है, इनमें से कई नेता तो कई बार नीतीश से मिलने उनके सरकारी आवास 6 कामराज लेन भी चले आते थे. लेकिन I.N.D.I.A गठबंधन बन जाने और दो महत्वपूर्ण बैठक हो जाने के बाद नीतीश कुमार का दूसरे दिन भी दिल्ली में किसी बड़े नेता से मिलने का कार्यक्रम तय नहीं हो पाना राजनीतिक हलकों में कई सवाल खड़ा कर रहा है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार बुधवार को दिल्ली प्रवास के पहले दिन अरविंद केजरीवाल से मिल कर उन्हें जन्मदिन की बधाई देने वाले थे लेकिन शाम तक कांग्रेस की ओर से दिल्ली में लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने की बयानबाजी के बाद अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करके कांग्रेस नेतृत्व को नाराज करने का जोखिम नीतीश कुमार उठाना नहीं चाहते थे संभवतः इस वजह से ये मीटिंग नहीं हो पाई.
क्या I.N.D.I.A में दरकिनार किये जा रहे नीतीश कुमार
राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे बुधवार को अपनी पार्टी के झारखंड और दिल्ली इकाई की बैठक में व्यस्त थे लेकिन आज गुरुवार को बिहार कांग्रेस की बैठक स्थगित होने और राहुल गांधी के लद्दाख जाने की वजह से नीतीश कुमार का राहुल से मिलना तो मुश्किल है लेकिन मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात संभावित है. नीतीश कुमार ने कांग्रेस को साथ लेकर बीजेपी के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर एक ही मजबूत गठबंधन बनाने की मुहिम शुरू की थी, इसमे कामयाबी भी मिली, तीन-चार क्षेत्रीय दलों को छोड़कर लगभग सभी विपक्षी पार्टियां I.N.D.I.A गठबंधन का हिस्सा बन चुकी हैं. इसके बावजूद नीतीश कुमार राजनीतिक एकांतवास में क्यों नजर आ रहे हैं? हर बार तेजस्वी यादव के साथ विपक्षी नेताओं से मिलने वाले नीतीश कुमार इस बार दिल्ली अकेले क्यों आए? क्या I.N.D.I.A गठबंधन के कन्वेनर बनने की उनकी आकांक्षा पर बाकी दलों में सहमति नहीं है. जैसे कई सवाल नीतीश के दिल्ली दौरे की इर्द गिर्द घूम रहे हैं. लोकसभा की सदस्यता बहाल होने के बाद राहुल गांधी लालू यादव के घर गए थे. जहां लालू ने अपने हाथ का बना स्पेशल चंपारण मटन नीतीश कुमार को खिलाया था. साथ ही भविष्य की राजनीति को लेकर चर्चा भी की गई थी.