फतेहपुर विधानसभा सीट राजस्थान के सीकर जिले की एक बेहद खास सीट है. ये सीकर लोकसभा का हिस्सा है. यहां कुल वोटरों की संख्या दो लाख 50 हजार है, जिसमें पुरूष वोटर 1 लाख 30 हजार जबकि महिला वोटर 1 लाख 20 हजार हैं. इस विधानसभा में हिन्दू-मुस्लिम दोनों समुदाय काफी संख्या में हैं. इसमें हिन्दू समुदाय में करीब 65 हजार मतदाता अकेले जाट समाज के हैं, जबकि मुस्लिम समुदाय के 60 हजार मतदाता है. हिंदू धर्म में जाट के अलावा 30 हजार एससी-एसटी और बाकि अन्य में ब्राह्मण, माली, गुर्जर, सुनार सहित अन्य जातियां हैं. जबकि मुस्लिम धर्म मे भी सबसे ज्यादा कायमखानी समाज लेकिन बड़ी बात यहा है कि मुस्लिम वोट एक जगह ही पड़ते हैैं. वहीं हिन्दू वोटर कई धड़ों में बंट जाते हैं. ऐसे में यहां से ज्यादातर मुस्लिम विधायक बनता है.
भवरू खां 15 साल रहे विधायक
फतेहपुर से लगातार 15 सालों तक भवरू खां विधायक बनते रहे. बीच में भंवरू खां के छोटे भाई विधायक बने. इस सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. वहीं मौजूदा विधायक हाकम अली खां (56) ने बड़े भाई भवरू खां की मौत के बाद राजकीय कॉलेज खुलवाया, नेचर पार्क बनवाया, कन्या महाविद्यालय खुलवाया, पानी निकासी समस्या के लिए 18 करोड़ का डेम बनाया, गांवों शहरों मे सड़क बनवाई. हालांकि उन पर आरोप लगते रहे कि उन्होंने सिर्फ मुस्लिम इलाकों में काम किए, बाकी दूसरे इलाकों में कॉलेजों के लिए भवन नहीं बनवाए. इसके अलावा आरोप है कि 18 करोड़ का डेम पहली बारिश में बह गया. साथ ही शहर के मुस्लिम इलाकों में सड़कें बनवाई.
सीट की प्रमुख बातें
- फतेहपुर समान्य सीट है. शेखावाटी के लोग विदेशों मे सउदी, दुबई सहित अन्य देशों में रहते हैं. इसके अलावा अन्य प्रवासी सूरत, कोलकाता, मुम्बई में अपना व्यवसाय करते हैं, जिन्हें लोग मारवाड़ी के नाम से जानते हैं. इस इलाके के लोग सेना में सबसे ज्यादा हैं.
- वहीं हैरिटेज की बात करें तो यहां हवेलियां, अमृतनाथ आश्रम, नाथ संप्रदाय का श्री लक्ष्मीनाथ मन्दिर, दरगाह, बुधगिरी की मढ़ीं जैसे स्थल हैं. जिन्हें देखने लोग आते हैं.
- फतेहपुर सीट पर सीकर का महरिया परिवार, कांग्रेस के भवंरू खां का परिवार और भाजपा के पूर्व विधायक बनवारी भिंडा का परिवारों का प्रभाव माना जाता है.
सीएम योगी के बयान से मचा बवाल
पिछले विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक बयान से माहौल गर्म हो गया था. उन्होंने यहां अली बली का नारा दिया था. पिछले चुनावों में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि उनको उनका अली मुबारक हमें बजरंग बली चहिए. यह बयान पुरे देश में सुर्खियों में रहा. इसके बाद यहां सांप्रदायिक माहौल बन गया. विधानसभा चुनाव के दिन बाइक फूंक दी गई और मतदान पार्टी की बसों मे तोड़-फोड़ सहित कई घटनाएं हुईं.
फतेहपुर का जातीय समीकरण
फतेहपुर विधानसभा में कुल वोटरों की संख्या लगभग ढाई लाख है. इसमें पुरूष मतदाता 1 लाख 30 हजार जबकि महिला वोटर 1 लाख 20 हजार है. यहां की साक्षरता दर 72.91 प्रतिशत है. इस सीट पर हिन्दू-मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग रहते हैं. चुनाव के लिहाज से हिन्दू समुदाय में करीब 65 हजार वोट अकेले जाट समाज के हैं, जबकि पुरे मुस्लिम समाज का मात्र 60 हजार वोट है.
इसके अलावा 30 हजार एससी-एसटी और बाकि अन्य में ब्राह्मण, माली, गुर्जर, सुनार सहित अन्य जातियां हैं. वहीं मुस्लिम धर्म में भी सबसे ज्यादा कायमखानी समाज के लोग हैं, हालांकि चुनाव में ज्यादातर मुस्लिम वोट एक ही जगह पड़ते हैैं. वहीं हिन्दू वोटर कई धड़ों मे बंट जाते हैं, जिसकी वजह से मुस्लिम प्रत्याशी जीतकर विधायक बनता है.