REPORT TIMES
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राजस्थान पेपर लीक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में भूपेंद्र सारण को गिरफ्तार कर लिया है. ईडी ने भूपेंद्र सारण के साथ-साथ अन्य पर मनी लॉन्ंड्रिग के मामले में जांच की जा रही थी. राजस्थान पुलिस की एफआईआर के आधार पर ईडी यह जांच कर रही है. ईडी की जांच में पता चला है कि भूपेंद्र सारण ने दूसरे आरोपियों के साथ मिलकर राजस्थान की सीनियर टीचर ग्रेड 2 प्रतियोगी परीक्षा में पेपर लीक करवाया था. जानकारी के मुताबिक राजस्थान में आरपीएससी की ओर से सीनियर टीचर ग्रेड 2 का एग्जाम करवाया था. यह एग्जाम दिसंबर में करवाए गए थे, जो कि क्रमशः 21, 22 और 24 दिसंबर 2022 को आयोजित किए गए. भूपेंद्र सारण ने अन्य दो आरोपियों को 8 से 10 लाख रुपये तक दिए थे. बता दें कि ईडी ने इससे पहले इस मामले की जांच करते हुए 5 जून 2023 को आरोपियों के 15 ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया था.
ईडी की तलाशी के दौरान 15 परिसरों से कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले थे. साथ ही ईडी ने डिजिटल रिकॉर्ड भी जब्त किए थे. इसके अलावा ईडी ने 3,11,93,597 रुपये की चल-अचल संपत्ति भी जब्त कर ली थी. ईडी ने इससे पहले भी इस मामले में दो गिरफ्तारियां की हैं. जानकारी के मुताबिक ईडी ने अनिल कुमार मीना उर्फ शेर सिंह और बाबूलाल कटारा को गिरफ्तार किया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक जब्त की गई चल-अचल संपत्ति कटारा और सारण की है. ईडी फिलहाल इस मामले में आगे की जांच में जुटी है और भूपेंद्र सारण के अन्य कॉन्टैक्ट्स को खंगाल रही है. बताया जा रहा है कि ईडी ने भूपेंद्र सारण को सोमवार को गिरफ्तार किया था जिसके बाद उसे जयपुर की पीएमएलए की स्पेशल कोर्ट में पेश किया था. मंगलवार को कोर्ट ने भूपेंद्र सारण को 3 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी भूपेंद्र सारण का नाम 2011 जीएनएम भर्ती और 2022 में पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में भी सामने आ चुका है.