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राजस्थान की सियासत में भारतीय जनता पार्टी फिर से सत्ता पर काबिज होने को लेकर हरसंभव कोशिश में जुटी हुई है. बीजेपी ने इस बार चुनाव में कई बड़े चेहरों को मैदान में उतारा है. विधायक और राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया को पार्टी ने आमेर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने विधायक पूनिया के खिलाफ प्रशांत शर्मा को टिकट दिया है. 24 अक्टूबर 1964 को जन्मे डॉक्टर सतीश पूनिया साल 1982 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए. अपने छात्र जीवन में वह छात्र राजनीति में भी आए और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कई अहम पदों पर रहे थे. इसके बाद वह 2004 में बीजेपी में शामिल हुए और फिर प्रदेश की सियासत का अहम चेहरा बनकर उभरते चले गए. जाट नेता के रूप में अपनी खास पहचान बनाने वाले पूनिया को राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का पार्टी के अंदर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी माना जाता है. दोनों के बीच कई बार राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता सामने आ चुकी है. उन्होंने बीएससी और एलएलबी के साथ-साथ पीएचडी की. सतीश पूनिया फिलहाल जयपुर जिले की आमेर सीट से विधायक हैं. साथ ही वह 2019 से लेकर 3 साल से अधिक समय तक राजस्थान में पार्टी के 14वें प्रदेश अध्यक्ष रहे. इससे पहले वह साल 2004 से 2014 तक प्रदेश महामंत्री के पद पर भी रहे. 2011 में पूर्व उपप्रधानमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की जन चेतना यात्रा से भी जुड़े रहे और प्रदेश संयोजक के तौर पर काम किया.
पहली बार आमेर सीट पर मिली हार
उन्होंने साल 2010 और 2015 में हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाई थी. जबकि साल 2000 में सादुलपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव में मैदान में उतरे और हार का सामना करना पड़ा. 2013 में आमेर सीट से चुनाव लड़े लेकिन 329 वोट से चुनाव हार गए. हालांकि 2018 के चुनाव में उन्हें आमेर सीट से 13,276 मतों के अंतर से चुनाव जीत गए. पार्टी ने दिसंबर 2019 में डॉ. सतीश पूनिया को राजस्थान में बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया. वह 23 मार्च 2023 तक इस पद पर बने रहे. इसी साल मार्च में उनकी जगह सांसद सीपी जोशी को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया. इसी साल फरवरी में गुलाब चंद कटारिया के असम का राज्यपाल बनाए जाने के बाद से विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद खाली था, इसलिए उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को नेता प्रतिपक्ष बना दिया गया जबकि उनकी जगह सतीश पूनिया को दे दी गई.
पूनिया के पास कितनी संपत्ति
चुनाव के लिए दाखिल अपने हलफनामे में सतीश पूनिया ने बताया कि उनके पास 50,500 रुपये कैश के रूप में है. जबकि पत्नी के पास 65 हजार कैश तो बेटी के पास 11 हजार कैश हैं. उनके पास 49.09 लाख रुपये की चल संपत्ति है तो पत्नी के पास 67.32 लाख रुपये हैं. बेटी के पास 3.56 लाख रुपये की चल संपत्ति है. जबकि सतीश पूनिया के पास 2.87 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है. पत्नी के पास 92 लाख से अधिक की अचल संपत्ति है.