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राजस्थान में भाजपा की बंपर जीत के बाद सीएम फेस को लेकर मशक्कत चल रही है. फिलहाल ये तय नहीं है कि भाजपा की ओर सीएम का चेहरा कौन होगा, लेकिन इतना साफ है कि सीएम फेस के दावेदार अपनी तरफ से कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते. गुरुवार को राजस्थान की राजनीति में वसुंधरा राजे के अलावा सबसे ज्यादा चर्चा विधायकों की बाड़ाबंदी की रही. एक विधायक के पिता की ओर से सांसद दुष्यंत पर आरोप लगाए जाने के बाद मामला तूल पकड़ गया. दरअसल गुरुवार सुबह राजस्थान में सात विधायकों को एक होटल में रुकवाने की जानकारी के बाद हंगामा मच गया. यह आरोप इन्हीं सात विधायकों में शामिल ललित मीणा के पिता हेमराज मीणा ने लगाया था. हेमराज मीणा ने तो यहां तक दावा किया कि वसुंधरा राजे के बेटे सांसद दुष्यंत के कहने पर विधायक रोके गए थे. हालांकि ये आरोप सच था या नहीं इसकी पुष्टि नहीं हो सकी. देर शाम इन सात विधायकों में शामिल दूसरे विधायक ने ललित मीणा और हेमराज मीणा पर ही आरोप लगा दिए. अन्ता विधायक कंवर लाल मीणा ने यहां तक कहा कि ललित मीणा के पिता मेरी जीत को पचा नहीं पा रहे, इसीलिए वह इस तरह की बात कर रहे हैं.
खुद रुके या रोका गया?
विधायक ललित मीणा के पिता हेमराज मीणा ने आरोप लगाया था कि होटल में सात विधायकों को जबरन रोका गया है, लेकिन विधायक कंवर लाल मीणा ने दावा किया है कि विधायक अपनी मर्जी से रुके थे. बाड़ाबंदी को लेकर हंगामा होने के बाद विधायक कंवर लाल मीणा ने बताया कि हम वसुंधरा राजे के जिले से आते हैं, इसीलिए उन्हें अपना नेता मानते हैं. हेमराज मीणा अपने बेटे की राजनीति को चमकाने के लिए इस तरह का झूठा आरोप लगा रहे हैं. मेरा और ललित मीणा का इलाका एक ही है, इसीलिए मुझे दबाने का प्रयास किया जा रहा है.
दुष्यंत सिंह का इस मामले से कोई लेना देना नहीं
कंवर लाल मीणा ने बताया कि जीत के बाद सभी विधायक वहां थे, देर रात ढाई बजे 30 से 35 लोग ललित मीणा को लेने के लिए आए. उन्हें पहचानते नहीं थे, इसीलिए ललित मीणा को उनके साथ नहीं जाने दिया. जब उनके पिता हेमराज मीणा आए तो ललित को जाने दिया. मारपीट और हाथापाई की कोई बात नहीं हुई. मेरा दुष्यंत सिंह का ललित मीणा और हेमराज मीणा का फोन जांचा जाए.
मैं नार्को टेस्ट के लिए भी तैयार
विधायक कंवर लाल मीणा ने कहा कि मैं नार्को टेस्ट के लिए भी तैयार हूं, उन्होंने कहा कि मेरी राजनीति वसुंधरा राजे की देखरेख में शुरू हुई है. मैं ये चाहता हूं कि वसुंधरा जी सीएम बनें, लेकिन अगर संगठन किसी और को मुख्यमंत्री बनाता है तो वसुंधरा जी खुद उसका समर्थन करेंगी. उन्होंने कहा कि बाड़ाबंदी की बात तो पूरी तरह बेबुनियाद है. यदि इसमें किसी तरह की सच्चाई होती तो विधायकों के फोन बंद होते और उन्हें शहर से बाहर ले जाया जाता.