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चिड़ावा। यमुना नहर लाओ-जिला बचाओ आंदोलन अब क्षेत्र में रंगत में नजर आ रहा है। आंदोलन के तहत अखिल भारतीय किसान महासभा की ओर से तहसील के सामने धरना दिया गया। स्वतंत्रता सैनानी सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रखंड अध्यक्ष मुख्त्यारसिंह गजराज, प्रखंड सचिव रतीराम राव ने कहा कि 1994 में केंद्र की मध्यस्थता में यमुना जल बंटवारे को लेकर पांच राज्यों के बीच हुए समझौते के अनुसार झुंझुनूं व चूरू जिले के हिस्से का 1917 क्यूसिक पानी ताजेवाला हैड ( हरियाणा ) से मिलना था।
जो कि वर्षों बाद भी झुंझुनूं और चूरू को नहीं मिला। राजस्थान, हरियाणा व केंद्र में एक ही पार्टी की सरकार हैं, ऐसे में समझौते के अनुसार पानी मिलना चाहिए। जल समझौते को लेकर अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी कैलाशसिंह कविया को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया। इस मौके पर बार अध्यक्ष अमित कुल्हरी, ओमप्रकाश माहिच, राजेंद्र गोयल, सुमेर सिंह धनखड़, कपिल चाहर, हरिओम पिलानी, प्यारेलाल धायल, सुबेदार मंदरूप, हवा सिंह कुल्हार, बंशीधर, रमेश ढाका, भरत सिंह कुल्हार, सत्यवीर सिंह मेचू, व्याख्याता अनिल शर्मा आदि मौजूद रहे। वहीं किसान सभा के बैनर तले लालचौक पर दिया जा रहा धरना मंगलवार को भी जारी रहा। जिसमें वक्ताओं ने नहर के लिए संषर्घ जारी रखने की बात कही। बामनवास में चल रहे धरने को आठ दिन पूर्ण हो गए। जिसकी अध्यक्षता महेंद्र शर्मा ने की। इस मौके पर प्रताप सिंह, सुरेंद्र कुमार, उस्मान, मजीद, रणवीर सिंह, ताराचंद, विश्वंभर, हीरालाल, किशोरीलाल आदि मौजूद थे।