REPORT TIMES
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि हमारा देश एक युगांतकारी परिवर्तन के कालखंड से गुजर रहा है. हमें अपने देश को ऊंचाइयों पर ले जाने का सुनहरा अवसर मिला है. हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करने में प्रत्येक नागरिक से शामिल होने का अनुरोध करूंगी, आजादी के 100 वर्ष पूरे होने पर भारत एक विकसित राष्ट्र होगा. राष्ट्रपति ने कहा किसंविधान ने सभी प्रकार के भेदााव को समाप्त करने के लिए सामाजिक न्याय के मार्ग पर हमें अडिग बनाया है, सामाजिक न्याय के लिए हमेशा तत्पर रहे कर्पूरी ठाकुर जी महान शख्सीयतों में से थे, उनका जीवन एक संदेश था, हाल ही में उनका जन्म शताब्दी वर्ष मनाया गया. मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं.
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा एक युगांतकारी आयोजन
हमारे गणतंत्र की मूल भावना से प्रेरित होकर 140 करोड़ लोग एक कुटुंब के तौर पर रहते हैं, सह अस्तित्व की भावना कोई बोझ नहीं बल्कि सामूहिक उल्लास का सहज स्रोत है, जो हमारे गणतंत्र दिवस के उत्सव में अभिव्यक्त होता है. हाल ही में हमनें अयोध्या में प्रभु श्री राम के जन्म स्थल पर निर्मित भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक समारोह देखा. भविष्य में जब इस घटना को इतिहासकारों द्वारा अपनी सभ्यतागत विरासत की निरंतर खोज में युगांतकारी आयोजन के तौर पर इसका विवेचन करेंगे.उचित न्यायिक प्रक्रिया और देश के उच्चतम न्यायालय के निर्णय के बाद मंदिर निर्माण का आदेश हुआ था. अब यह एक भव्य संरचना के तौर पर शोभायमान है जो जनजन की आस्था को व्यक्त करता है. साथ ही ये न्याय व्यवस्था में भारतीयों की अगाध आस्था का प्रमाण भी है.