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राजस्थान के सबसे बड़े हॉस्पिटलों में शुमार जयपुर के सवाई मान सिंह हॉस्पिटल से एक बड़ी लापरवाही की खबर सामने आई है. यहां भर्ती एक युवक को गलत ग्रुप का ब्लड चढ़ा दिया गया. जिस कारण युवक की मौत हो गई. युवक की मौत के बाद उसके परिजन धरने पर बैठ गए हैं. धरने पर बैठे लोगों ने मुआवजा, कार्रवाई और नौकरी की मांग की है. मामले को तुल पकड़ता देख अस्पताल प्रबंधन ने जांच के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया. जिसने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट दे दी. इस रिपोर्ट के आधार पर दो डॉक्टर और एक नर्सिंग अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है.
तीन डॉक्टर एपीओ, एक नर्सिंग अधिकारी सस्पेंड
मिली जानकारी के अनुसार एसएमएस हॉस्पिटल में दूसरे ग्रुप का ब्लड चढ़ाए जाने से युवक की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की. विभाग ने दो डॉक्टर और 1 नर्सिंग अधिकारी को दोषी पाया है. डॉ. एस के गोयल, डॉ. दौलत राम को एपीओ किया गया और नर्सिंग अधिकारी अशोक कुमार वर्मा को निलंबित किया गया. स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने कार्रवाई की है. साथ ही विभाग ने उस समय इन सर्विस रेजिडेंट रहे डॉ ऋषभ चिलाना को भी दोषी माना. डॉ ऋषभ को भी एपीओ किया गया. दूसरी ओर इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. जिसके बाद छानबीन शुरू हो गई है. बताया गया कि एसएमएस अस्पताल की लापरवाही से बांदीकुई के युवक सचिन की मौत हो गई. जिसके बाद सचिन के परिजनों ने पुलिस से मामले की शिकायत की थी.
जानिए क्या है पूरी कहानी
बांदीकुई निवासी सचिन शर्मा एसएमएस हॉस्पिटल में भर्ती था. सचिन का ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव था, लेकिन इलाज के दौरान उसे एबी पॉजिटिव ब्लड चढ़ाया गया. इससे युवक की दोनों किडनी खराब हो गई और शुक्रवार को उसकी मौत हो गई. मौत के बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. दोषियों पर कार्रवाई, मुआवजे और एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर परिजन एसएमएस अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए. धरने पर बैठे परिजनों से मिलने सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा और हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य भी पहुंचे.
हॉस्पिटल के प्रिसिंपल बोले- जांच के लिए टीम गठित, होगी कार्रवाई
भाजपा विधायक ने धरने पर बैठे परिजनों से बातचीत की. फिर विधायकों के हस्तक्षेप के बाद एसएमएस अस्पताल पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज हुई. मामले में एसएमएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजीव बगरहट्टा ने बताया कि हमने मामले की जांच के लिए मेडिकल बोर्ड बनाया है. बोर्ड की रिपोर्ट के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी. अब तीन डॉक्टर को एपीओ और एक नर्सिंग अधिकारी के सस्पेंड कर दिया गया है.