Big action: राजस्थान के अलवर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने बड़ी कार्रवाई की है. एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) राजस्थान में लगातार अलग-अलग जिलों में एक के बाद एक कार्रवाई कर रही है. इसी दौरान अलवर में दो डॉक्टर समेत एजेंट को घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि ACB को इस बारे में शिकायत मिली थी. जिसके बाद एसीबी की टीम ने दो डॉक्टर और उनके लिए एजेंट का काम कर रहे मेडिकल स्टोर संचाल को गिरफ्तार किया है. एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर एसीबी की अलवर द्वितीय हाल भिवाडी इकाई ने रविवार (26 मई) को अलवर के प्रतापगढ़ में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर समर्थ लाल मीणआ और डॉ योगेश शर्मा को उनके एजेंट सुनील गोयल जो मेडिकल स्टोर संचालक है परिवादी से 25 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है.
1 लाख रुपये की मांगी गई थी घूस
ACB की अलवर-द्वितीय हाल भिवाडी इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि थाना प्रतापगढ में दर्ज मारपीट के मुकदमें में गंभीर चोटों की MLC रिपोर्ट पक्ष में बनाने की एवज में डॉ. समर्थ लाल मीणा, डॉ. योगेश शर्मा दोनों चिकित्साधिकारी द्वारा 1 लाख रूपये रिश्वत राशि की मांग कर परेशान किया जा रहा है. जिस पर एसीबी जयपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस कालूराम रावत के सुपरवीजन में एसीबी अलवर-द्वितीय हाल भिवाडी इकाई के उप अधीक्षक पुलिस परमेश्वर लाल के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया. जिसके बाद रविवार को यह कार्रवाई की गई.
15 हजार लेने के बाद 25 हजार रुपये लेते पकड़ा गया
आरोपी डॉ. समर्थ लाल मीणा, डॉ. योगेश शर्मा दोनो चिकित्साधिकारी और उनके दलाल सुनील गोयल मेडिकल स्टोर संचालक को परिवादी से 25 हजार रूपये की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है. उल्लेखनीय है कि आरोपी डॉ. योगेश शर्मा चिकित्साधिकारी द्वारा शिकायत के सत्यापन के दौरान भी परिवादी से 15 हजार रुपये रिश्वत राशि के रूप में वसूल कर लिये थे.
आरोपियों के घर पर भी कार्रवाई
एसीबी जयपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस कालूराम रावत के निर्देशन में आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा. उनके घर की सर्च कार्रवाई की जा रही है.