दिल्ली। रिपोर्ट टाइम्स।
नोएडा में घर खरीदारों की परेशानियां कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. पेंडिंग पड़ी रजिस्ट्री और बिल्डरों की मनमानी के कारण नोएडा की कई सोसाइटी के लाखों होम बायर्स असमंजस में हैं. इन्हीं वजहों से तंग आकर लाखों होम बायर्स ने नोएडा में महापंचायत का आयोजन किया था.
नोएडा में फ्लैट्स की रजिस्ट्री का मामला अब गर्माता जा रहा है. कई सालों से लोगों को घरों की रजिस्ट्री नहीं मिली है. बिल्डर अथॉरिटी पर और अथॉरिटी बिल्डर पर ही आरोप लगाते रह रहे हैं. ऐसे में तंग आकर घर खरीदारों ने महापंचायत का आयोजन किया है.
क्या है महापंचायत का मकसद?
महापंचायत का मुख्य उद्देश्य नोएडा अथॉरिटी और बिल्डरों के खिलाफ सामूहिक कार्रवाई करना है. फ्लैट खरीदार रजिस्ट्री प्रक्रिया में तेजी लाने और सील किए गए मकानों के मुद्दे सुलझाने की मांग कर रहे हैं. फ्लैट खरीदारों का साफ कहना है कि प्राधिकरण और बिल्डर के बीच के विवाद में उन्हें बंधक नहीं बनाया जा सकता। उनका हक नहीं अधिकार है.
महापंचायत में होम बायर्स का बड़ा ऐलान
2014 से चली आ रही इस समस्या के समाधान के लिए फ्लैट खरीदारों ने अब आंदोलन का रास्ता चुना है. होम बायर्स का कहना है कि प्राधिकरण और बिल्डर के बीच चल रहे विवाद के कारण घर खरीदार चक्की में घुन की तरह पीस रहे हैं. ऐसे में जब किसी भी तरह से उनकी सुनवाई नहीं हो रही और उन्हें उनका मालिकाना हक़ नहीं मिल रहा है तो उन्होंने इसका अलग समाधान निकाला है. होम बायर्स ने ऐलान किया है कि 9 और 23 फरवरी को घर खरीदार अपने घरों की बालकनी से शंख और थाली बजाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ध्यान आकर्षित करेंगे। इसके बाद मार्च में उपवास भी रखा जाएगा. इसके अलावा 26 जनवरी के दिन होम बायर्स ने सांसद और विधायक को काले झंडे दिखाने की भी प्लानिंग की है.