टोंक। रिपोर्ट टाइम्स।
राजस्थान के टोंक में हुए थप्पड़ कांड को लेकर 25 फरवरी को प्रस्तावित आंदोलन स्थगित कर दिया गया है। थप्पड़ कांड के आरोपी नरेश मीना के माता-पिता बुधवार को स्थानीय ग्रामीणों के साथ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मिले थे, इसके बाद आंदोलन स्थगित करने का फैसला लिया गया है। परिजनों का कहना है कि सीएम ने उनकी मांगों को सकारात्मक तरीके से सुना।
थप्पड कांड में 25 को आंदोलन स्थगित
टोंक के समरावता गांव में विधानसभा उप चुनाव के दौरान हुआ थप्पड़ कांड अब सुलझता दिख रहा है। इस मामले में 25 फरवरी को आंदोलन प्रस्तावित था, मगर अब इस आंदोलन को स्थगित कर दिया गया है। इससे पहले बुधवार को थप्पड़ कांड में मुख्य आरोपी नरेश मीना के माता-पिता ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की। नरेश मीना के माता- पिता की ओर से बताया गया कि मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों को सुना और सकारात्मक आश्वासन दिया।
नरेश मीना के माता-पिता की सीएम से बात
टोंक थप्पड कांड के आरोपी नरेश मीना के माता-पिता ने सीएम भजनलाल शर्मा से मुलाकात के दौरान कुछ मांग रखी। बताया जा रहा है कि नरेश के माता-पिता की ओर से मुख्यमंत्री से समरावता गांव में आगजनी से ग्रामीणों को हुए नुकसान की भरपाई की मांग की गई। इसके अलावा ग्रामीणों के खिलाफ दर्ज मुकदमों को भी वापस लेने की मांग की गई। नरेश के माता-पिता की ओर से बताया गया कि उनकी मांगों पर सीएम भजनलाल शर्मा ने सकारात्मक आश्वासन दिया है। जिसके बाद 25 फरवरी को प्रस्तावित आंदोलन 30 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
क्या है टोंक का समरावता थप्पड कांड?
टोंक के समरावता गांव में विधानसभा उप चुनाव की वोटिंग के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना ने SDM को थप्पड़ मार दिया था। नरेश मीना का आरोप था कि ग्रामीणों ने पंचायत बदलने की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार कर रखा था, मगर एसडीएम जबरन वोट डलवा रहे थे। नरेश मीना के SDM को थप्पड़ मारने के बाद समरावता गांव में पुलिस कार्रवाई के दौरान जमकर उपद्रव भी हुआ। अब इस मामले में नरेश मीना जेल में बंद हैं।