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राजस्थान में महिलाओं के लिए गणगौर पूजा सबसे बडा पर्व होता है। अप्रेल माह में सिंजारा व गणगौर पर्व मनाया जाएगा। इस पर्व के लिए घरों और बाजारों में तैयारियां शुरू हो गई है। अलवर के घंटाघर, होपसकर्स, अशोका टाकीज, काशीराम का चौराहा आदि जगहों पर मिटटी से बनी रेडिमेड गणगौर की दुकानें सज गई है। जहां पर सुंदर व आकर्षक गणगौर जिस पर रंग किया हुआ है, बिकने के लिए आई हुई हैं। बाजार में रेडिमेड गणगौर खरीद रही दीवानजी का बाग निवासी चेतना, मोना ने बताया कि इन दिनों परीक्षा की तैयारी चल रही है, इसलिए सौलह दिन की गणगौर नहीं पूज पा रही है, लेकिन एक दिन की गणगौर पूजा को लेकर वो उत्साहित है और जोर शोर से तैयारियां कर रही है। गणगौर पूजा का उदयापन करने वाली महिलाएं भी इन दिनों सौलह जोडों को निमंत्रण देने में लगी हुई है। महिलाओं ने बताया कि व्रत का उदयापन करने वाली महिलाओं को सौलह श्रंगार की सामग्री व कपडे़ दान में दिए जाते हैं