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राजस्थान में आज अचानक मानसून बदल गया है। राजधानी जयपुर में बारिश होने से तेज गर्मी और उमस से राहत मिली है। अचानक हुई बारिश से राहगीर और दुपहिया वाहन चालक परेशान हो गए। जबकि प्रतापगढ़ के धरिवायद में कई जगह आकाशीय बिजली गिरने की सूचना है। मुंडला व गोठला में आकाशीय बिजली गिरी है। गोठड़ा में एक महिला और बालिका के झुलसने की खबर है। दोनो को हाॅस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इलाज जारी है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून सक्रिय होने से भाद्रपद महीने में प्रदेश में मौसम के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून के सक्रिय होने से कोटा और उदयपुर संभाग के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है। इसके साथ ही मानसून के अंतिम दौर में राज्य के किसी भी हिस्से में भारी बारिश की संभावना नहीं है. हालांकि, हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा।
हल्की और मध्यम बारिश
जयपुर मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक कोटा, उदयपुर, बारां और झालावाड़ जिलों में कुछ जगहों पर बारिश के आसार हैं। शनिवार को जयपुर, अजमेर, भरतपुर, कोटा और उदयपुर संभागों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। जोधपुर संभाग में भी हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक 10 सितंबर को पूर्वी राजस्थान तो 10 और 11 सितंबर को पश्चिमी राजस्थान में बारिश की गतिविधियां बढ़ने की संभावनाएं हैं। बारिश के अभाव में इन दिनों राजस्थान के सभी जगहों पर तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है।
बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हो रहे तंत्र
जयपुर मौसम केंद्र के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हो रहे तंत्र की वजह से राजस्थान में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हुआ है। विभिन्न जगहों पर हल्की से मध्यम तो कहीं भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है। मानसून के फिर सक्रिय होने की उम्मीद किसानों के लिए अमृतमयी साबित होगी क्योंकि प्रदेश में बुवाई से लेकर अब तक समय-समय पर हुई अच्छी बारिश से खरीफ की फसलें लहलहा रही है। अगेती फसलों में दाने बनने की प्रकिया में इस समय फसलों को अतिरिक्त सिंचाई की आवश्यकता है। ऐसे में इस सप्ताह बारिश की संभावना से उन फसलों की बेहतरी की उम्मीद जग उठी है। हालांकि, कई जिलों में हल्की बारिश होने से भी बाजरे की फसल को नुकसान होने का अंदेशा है। क्योंकि किसानो की फसल पककर खेतों में खड़ी है।