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जयपुर: राजस्थान बीजेपी ने सरकार के खिलाफ किसी भी तरह के आंदोलन को लेकर एक अहम फैसला लिया है जिसके मुताबिक अब किसी सांसद-विधायक या अन्य जनप्रतिनिधि को आंदोलन करने के लिए जिला या प्रदेश स्तर पर संगठन की मंजूरी लेनी होगी. बताया जा रहा है कि बीते दिनों पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं और पेपर लीक को लेकर बीजेपी के राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के आंदोलन में प्रदेश संगठन का सहयोग नहीं मिलने के आरोपों के बीच संगठन ने एक्शन लेते हुए कड़ा रुख अपनाया है. जानकारी के मुताबिक सोमवार को बीजेपी प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, सह प्रभारी विजया राहटकर, प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने इस आदेश का सख्ती से पालन करने पर मंथन भी किया. मालूम हो कि बीते दिनों किरोड़ीलाल मीणा ने पेपर लीक को लेकर लंबा आंदोलन किया था जहां बीजेपी सांसद ने प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया पर आरोप लगाते हुए कहा था कि संगठन की ओर से उतना सहयोग नहीं मिला. वहीं इसके बाद पुलवामा वीरांगनाओं के आंदोलन में पूनिया के नहीं जाने से किरोड़ी समर्थकों में नाराजगी दिखी थी जिसके बाद शनिवार को बीजेपी के प्रदर्शन में पूनिया के खिलाफ नारेबाजी भी हुई थी.
‘पार्टी का आपसी तालमेल ना हों प्रभावित’
प्रदेश बीजेपी ने सोमवार को तय किया है कि किसी भी सांसद-विधायक या अन्य जनप्रतिनिधि को सरकार के खिलाफ आंदोलन के लिए जिला या प्रदेश स्तर पर संगठन की मंजूरी लेनी होगी और आंदोलन से पहले मुद्दे और विषय के बारे में संगठन को जानकारी देनी होगी. वहीं बीजेपी संगठन ने कहा कि अगर संगठन की अनुमति नहीं मिलती है तो वह आंदोलन उस नेता का व्यक्तिगत आंदोलन माना जाएगा. बीजेपी का कहना है कि पिछले कुछ समय से देखा गया है कि प्रदेश में कई ऐसे नेता हैं जो कई मुद्दों पार्टी को जानकारी दिए बिना ही आंदोलन कर रहे हैं ऐसे में पार्टी का कहना है कि इससे आपसी तालमेल प्रभावित होता है.
किरोड़ी ने खड़े किए थे सवाल
गौरतलब है कि बीजेपी के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा पिछले 3 साल से राज्य में अलग-अलग मुद्दों पर आंदोलन कर रहे हैं और बीते महीने पेपर लीक पर चल रहे आंदोलन के दौरान मीणा ने सतीश पूनिया पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि पेपर लीक पर प्रदेश संगठन की ओर से उनको समर्थन नहीं मिला जबकि पूनिया वादा करके गए थे.इसके अलावा हाल में किरोड़ी लाल मीणा के समर्थन में रखे गए बीजेपी के एक प्रदर्शन में प्रदेशाध्यक्ष के खिलाफ किरोड़ीलाल समर्थकों ने पूनिया हाय-हाय के नारे भी लगाए.