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जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर से करीब 170 किलोमीटर दूर स्थित उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के टीटवाल में शारदा देवी मंदिर मौजूद है. टीटवाल गांव में मौजूद शारदा देवी मंदिर में श्रृंगेरी मठ के 37वें प्रमुख जगद्गुरु श्री श्री विधुशेखर भारती महास्वामी माता शारदा की मूर्ति के पहले जलाभिषेक के साक्षी बने. श्रृंगेरी के श्री श्री विधुशेखर भारती शंकराचार्य ने सोमवार को LOC के पास मौजूद शारदा देवी मंदिर में शारदा मूर्ति की पूजा और प्राण प्रतिष्ठा की.कुपवाड़ा में हुए इस समारोह में बड़ी संख्या में मां शारदा के भक्तों ने हिस्सा लिया. स्थानीय लोग भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने. मंदिर प्रबंधन ने बताया कि कई दशकों बाद ऐसा हुआ है, जब किसी नामित शंकराचार्य ने कश्मीर का दौरा किया है. मंदिर प्रशासन का कहना है कि कश्मीर आए शंकराचार्य द्वारा इस तरह से जलाभिषेक कर पूजा भी पहली बार की गई है. मंदिर में हुए कार्यक्रम को देखते हुए आस-पास सुरक्षा व्यवस्था को भी बढ़ा दिया गया.
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने की शंकराचार्य से मुलाकात
दरअसल, श्रृंगेरी के श्री श्री विधुशेखर भारती शंकराचार्य रविवार दोपहर को हेलिकॉप्टर के जरिए टंगधार हेलीपैड पहुंचे. यहां से उन्हें टीटवाल गांव में मौजूद मंदिर में लेकर जाया गया. उनकी अगवानी करने के लिए डीसी कुपवाड़ा, एसएसपी और कई अन्य अधिकारियों का पहुंचना हुआ. वहीं, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को भी श्री श्री विधुशेखर भारती महास्वामी से मुलाकात की और श्रद्धासुमन अर्पित किए.
मार्च में हुआ था मंदिर का उद्घाटन
शारदा देवी मंदिर में पूजा अर्चना के बाद शंकराचार्य श्रीनगर लौट आए. यहां कुछ देर रुकने के बाद वह मंगलौर के लिए रवाना हो गए. गौरतलब है कि टीटवाल गांव में मौजूद शारदा देवी मंदिर का उद्घाटन 22 मार्च को किया गया था.केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस कार्यक्रम का वर्चुअली हिस्सा बने थे. उन्होंने कार्यक्रम के दौरान जोर देते हुए कहा था कि इस मंदिर का खुलना एक नई सुबह की शुरुआत है. इससे शारदा संस्कृति को पुनर्जीवित किया जा रहा है.