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राजस्थान विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. दिग्गज जाट नेता और कांग्रेस के महत्वपूर्ण नेता रहे नाथूराम मिर्धा की पोती ज्योति मिर्धा ने सोमवार को बीजेपी ज्वाइन कर लिया. बीजेपी में शामिल होने के बाद ज्योति मिर्धा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस में नेता, नीति और नियत का अभाव देखकर कांग्रेस से बीजेपी में आने का निर्णय लिया है. बता दें कि उनके दादा नाथू राम छह बार एमपी और चार बार एमएलए रहने के साथ-साथ केंद्र सरकार और राजस्थान सरकार में मंत्री रह चुके हैं और उनके परिवार का नागौर इलाके में बड़ा प्रभाव माना जाता है.बता दें कि ज्योति मिर्धा ने राजनीतिक जीवन कांग्रेस से शुरू किया था. साल 2009 में जब संसद में चुनकर आई तो वहां अपनी छाप छोड़ने की कोशिश की थी, पर साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की उम्मीदवार के रूप में ज्योति मिर्धा ने चुनाव लड़ा था और वह एनडीए के उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल से पराजित हो गई थी.बीजेपी में शामिल होने के बाद ज्योति मिर्धा ने कहा कि आज प्रधानमंत्री के रूप में एक निर्णायक नेतृत्व मिला है. उसके विपरीत हमारी जो पार्टी थी, वो उल्टा दिशा में चल निकली है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में ऑपर्चुनिटीज का आभाव दिख रहा था. लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति खराब है. वहां घुटन महसूस कर रही थीं, सो छोड़कर बीजेपी ज्वाइन किया.
ज्योति मिर्धा ने कहा कि बीजेपी नेतृत्व को विश्वास दिलाती हूं कि 2024 में पार्टी की मजबूती के लिए काम करूंगी. एक सिपाही के तौर पर काम करूंगी. राजस्थान और केंद्र में बीजेपी सरकार में स्थापित रहे इसके लिए पूरे मन से काम करूंगी. इस अवसर पर राजस्थान के महासचिव प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि राजस्थान में महिला कहीं सुरक्षित नहीं है. ना कोख में, ना घर में, ना खेत में, ना बाजार में कहीं भी महिला सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने कहा कि औसत रोज 16/17 बलात्कार और एट्रोसिटीज की घटनाएं राजस्थान में घट रही हैं. उन्होंने जिस दिन प्रियंका जी राजस्थान में रहती हैं उस दिन भी घटना घट रही हो और मुख्यमंत्री उसको छुपा रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे में ज्योति मिर्धा जैसे 40 लोग विगत कुछ दिनों में कांग्रेस छोड़ बीजेपी ज्वाइन कर चुके हैं.
जाट समुदाय में मिर्धा परिवार का माना जा है प्रभाव
बता दें कि ज्योति मिर्धा का कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होना राजस्थान विधानसभा चुनाव के पहले एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि राजस्थान के जाट समुदाय में मिर्धा परिवार का बड़ा दबदबा माना जा रहा और चुनावों में जाट समुदाय का बड़ा रोल होता है. ज्योत मिर्धा इसके पहले नागौर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की सांसद रही थी और नौगार का पूरे इलाके में जाट समुदाय की बड़ी संख्या है और अब जब ज्योति मिर्धा बीजेपी में शामिल हो गई है, तो बीजेपी के लिए जाट मतदाताओं को लुभाना आसान हो जाएगा. इस बार वह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गई हैं. उनके बीजेपी में शामिल होने से नागौर के जाट इलाके में बीजेपी को बढ़त मिलने की संभावना है. वहीं हनुमान बेनीवाल के मुकाबले बीजेपी को एक और बड़ा नेता मिला है.