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बीकानेर जिले की नोखा विधान सभा सीट महत्वपूर्ण मानी जाती है. इस सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता रामेश्वरलाल डूडी चुनाव लड़ते आए हैं, जो विधानसभा में अपना विशेष महत्व रखते हैं. वर्तमान में राजस्थान स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बोर्ड, राजस्थान सरकार में अध्यक्ष हैं. वहीं इस बार कांग्रेस की सीट से रामेश्वरलाल डूडी की पत्नी सुशीला देवी के चुनाव लड़ने की पूरी संभावना जताई जा रही है. रामेश्वरलाल डूडी की पत्नी सुशीला देवी का मुकाबला विकास मंच के पूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल झंवर और भाजपा के मौजूदा विधायक बिहारीलाल विश्नोई से होगा. ऐसे में माना जा रहा है कि इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा.
कितने वोटर, कितनी आबादी
नोखा विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 2 लाख 80 हजार 391 है. इसमें से पुरुष एक लाख 49 हजार 742 और महिला मतदाताओं की संख्या एक लाख 30 हजार 649 है. वहीं चुनाव के लिए 258 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. वहीं इसमें से शहरी क्षेत्र में 42 मतदान केंद्र और 216 मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में बने हैं. इसके अलावा 2304 दिव्यांग मतदाता पंजिकृत हुए हैं.
कैसा रहा राजनीतिक इतिहास?
- बीकानेर जिले की नोखा सीट से भारतीय जनता पार्टी के बिहारीलाल ने 2018 में चुनाव जीता है. उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामेश्वर डूडी को शिकस्त दी थी. बीजेपी के बिहारीलाल को 86917 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के रामेश्वर डूडी को 78254 वोट हासिल हुए थे. बिहारीलाल ने उन्हें 8663 मतों से चुनाव हरा दिया था.
- रामेश्वर डूडी यहां से सिटिंग विधायक थे. जाट नेता रामेश्वर डूडी ने पिछले चुनाव में निर्दलीय कन्हैया लाल झंवर को हराया था, जो इस बार कांग्रेस में शामिल हो गए हैं और बीकानेर पूर्व सीट से चुनाव लड़े हैं. बीजीपी प्रत्याशी बिहारीलाल ने पिछला चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ा था और वह तीसरे नंबर पर रहे थे.
- 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी रामेश्वर डूडी विधायक बने. रामेश्वर लाल डूडी को 70801 वोट प्राप्त हुए और उनके प्रतिद्वंदी कन्हैया लाल को 40007 वोट मिले. 2013 के विधानसभा चुनाव परिणाम में नोखा विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी पांचवे स्थान पर रही थी. दूसरे स्थान पर रहे कन्हैयालाल निर्दलीय प्रत्याशी थे, वहीं तीसरे स्थान पर रहे बिहारी लाल और चौथे स्थान पर रहे मनीष भी निर्दलीय प्रत्याशी थे.
सामाजिक और आर्थिक ताना-बाना
नोखा विधानसभा सीट को जाट बाहुल्य माना जाता है. इसके अलावा इस सीट पर पर विश्नोई समाज भी खासी तादाद में है. हालांकि अन्य जातीय समीकरण भी इस सीट पर जीत हार तय करते हैं. नोखा मोठ की एशिया की सबसे बड़ी मंडी है. यहां से मोठ देश के सुदूर प्रांतों गुजरात, महाराष्ट्र और अन्य प्रांतों में जाते हैं. इस समय सिंचित पानी की व्यवस्था ट्यूब वेल आदि होने से क्षेत्र में मोठ, ग्वार, तिल, मूंगफली, सरसों, जीरा, ईसबगोल आदि की बहुतायत में खेती होती है. यहां के रिको औद्योगिक क्षेत्र में दाल मिलें, सीमेंट और वायर फैक्ट्री, भुजिया आदि के कारखाने अपनी उच्च क्वालिटी के कारण विशेष पहचान रखते हैं.
नोखा का धार्मिक महत्व
धार्मिक दृष्टि से नोखा तहसील में विश्नोई समाज के धर्मगुरु जम्भेश्वर भगवान का विशाल मंदिर है, जिसमें राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश सहित देश के सुदूर प्रांतों से लोग आते हैं. यहां साल में दो दफा मेला लगता है, जिसमें दिग्गज नेता शिरकत करते हैं. इसी तरह सुराणा, दुग्गड जाति की कुलदेवी सुसवाणी माता का भव्य मंदिर है. जोगनिया बाला और सैंगाल धोरा मंदिर भी अपने आप में विशेष महत्व रखते हैं.
2013 चुनाव का नतीजा
- रामेश्वर लाल डूडी – कांग्रेस – वोट 70,801 (45%)
- कन्हैया लाल – निर्दलीय – वोट 40,007 (25%)
- बिहारी लाल – निर्दलीय – 35,365 (22%)
2008 चुनाव का नतीजा
- कन्हैया लाल – निर्दलीय – 49,796 (37%)
- रामेश्वर लाल डूडी – कांग्रेस – 47,519 (36%)
- बिहारी लाल – बीजेपी – 25,018 (19%)