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जयपुर। शहर के विश्वकर्मा थाना इलाके में स्थित एक गोदाम में चार नामी ब्रांड के देशी घी के मिलते जुलते नाम और डिजाइन में घटिया स्तर का नकली व मिलावटी घी की पैकिंग कर बाजार में खपाया जा रहा था। सीआईडी क्राइम ब्रांच पुलिस मुख्यालय की टीम ने स्थानीय पुलिस तथा फूड विभाग की टीम के साथ गौदाम में मंगलवार को छापा मारा। देर रात तक चली इस कार्रवाई में गोदाम से 10465 लीटर नकली घी बरामद किया है। आरोपी संचालक श्रवण सिंह शेखावत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध दिनेश एमएन बताया कि क्राइम ब्रांच टीम के सदस्य कांस्टेबल मोहनलाल को विश्वकर्मा थाना क्षेत्र में नामी ब्रांड की पैकिंग में नकली देशी घी पैकिंग किए जाने की सूचना मिलने पर आईजी क्राइम प्रफुल्ल कुमार के पर्यवेक्षण, एसपी करण शर्मा के सुपरविजन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विद्या प्रकाश व राजेश मलिक के समन्वय में इंस्पेक्टर राम सिंह, सुभाष सिंह व एसआई नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई।
आसूचना की पुष्टि के बाद गठित टीम द्वारा एसएचओ विश्वकर्मा राजेंद्र कुमार शर्मा के सहयोग से वीकेआई स्थित श्री श्याम सेल्स कॉरपोरेशन के गोदाम पर छापा मारा। मौके पर फूड इंस्पेक्टर रतन सिंह को सूचना देकर बुलाया गया। गोदाम में प्रतिष्ठित ब्रांड कृष्णा, लोटस, महान और अमूल की मिलती-जुलती डिजाइन में नकली- मिलावटी घी की पैकिंग की जा रही थी।
ये मिला मौके से
मौके से टीम ने पैकिंग किया हुआ कुल 10465 लीटर नकली घी बरामद किया। जिसमें 15 किलो की पैकिंग में कृष्णा ब्रांड के 304 टीन, लोटस ब्रांड के 230 टीन, महान ब्रांड के 104 टीन व अमूल ब्रांड के 55 टीन तथा चार कार्टून में कृष्णा ब्रांड 1 लीटर के 56 पैकेट व एक कार्टून में 500 एमएल के 28 पैकेट मिले।
यह गोदाम आरोपी श्रवण सिंह शेखावत पुत्र अनूप सिंह निवासी गांव रायपुरा तहसील दांतारामगढ़ जिला सीकर हाल चौमू द्वारा संचालित किया जा रहा है। आरोपी नामी ब्रांड के मिलते-जुलती पैकिंग में नकली घी सप्लाई कर रहा था। कृष्णा ब्रांड घी के प्रतिनिधि दिवाकर मिश्रा व लोटस ब्रांड के प्रतिनिधि हेमंत जैन ने मौके पर मिले घी को नकली बताया। जिनकी रिपोर्ट पर थाना विश्वकर्मा में आईपीसी, कॉपीराइट एक्ट एवं ट्रेडमार्का एक्ट में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
साल 2007 में शुरू किया नकली घी कारोबार
नकली घी मामले में आरोपी को साल 2007 में महेश नगर व झोटवाड़ा थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। 20 दिन जेल में रहने के बाद जमानत मिलने पर चांदपोल अनाज मंडी में दलाली का काम करने लगा। वर्ष 2013 में श्री श्याम सेल्स कॉरपोरेशन के नाम से फर्म रजिस्ट्रेशन करवा चोमू में इस नाम से किराने की दुकान चलाने लगा। साल 2020 में कोरोना के दौरान किराने की दुकान बंद हो जाने पर आरोपी ने सीकर रोड पर कार्यालय ले लिया और साल 2022 में विश्वकर्मा में एक गोदाम किराए पर लेकर जयपुर के व्यापारियों से घटिया किस्म का घी लेकर नामी ब्रांड के पैकेट एवं टीन मे पैकिंग कर मोटा मुनाफा कमा रहा था।
इस संपूर्ण कार्रवाई में क्राइम ब्रांच के हेड कांस्टेबल महेन्द्र कुमार व कांस्टेबल मोहन लाल की विशेष भूमिका तथा हेड कांस्टेबल राम अवतार का तकनीकी सहयोग रहा।
इस टीम ने की कार्रवाई
क्राइम ब्रांच की टीम से इंस्पेक्टर रामसिंह के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल हेमन्त शर्मा, शंकर दयाल शर्मा व कांस्टेबल देवेन्द्र सिंह, इंस्पेक्टर सुभाष सिंह के नेतृत्व में कांस्टेबल नरेश कुमार व चालक सुरेश, एसआई नरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में एएसआई शैलेन्द्र शर्मा, हेड कांस्टेबल शाहिद अली, महेन्द्र कुमार, रामअवतार, कांस्टेबल ब्रजेश शर्मा, महेन्द्र सिंह, रविन्द्र सिंह व मोहन लाल।
पुलिस थाना विश्वकर्मा से एसएचओ राजेन्द्र कुमार शर्मा, हेड कांस्टेबल प्रकाश चंद, कांस्टेबल सुधीर कुमार, योगेंद्र, बाबूलाल, कमल व अनिल कुमार एवं स्वास्थ्य विभाग से फूड इंस्पेक्टर रतन सिंह मय टीम।