जयपुर: डूंगरपुर में खाद्य सुरक्षा से जुड़े परिवारों के ई-केवायसी की चाल सुस्त पड़ गई है। स्थितियां यह है कि ई-केवायसी की प्रक्रिया शुरू हुई और करीब आठ दिन हो गए हैं। लेकिन, तेज गर्मी एवं ग्रीष्मावकाश के चलते लोग राशन की दुकानों पर पहुंच ही नहीं रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ सत्यापन की चाल मंद पडऩे पर अधिकारी राशन डीलरों को घर-घर जाकर ई-केवायसी करवाने का दबाव बना रहे हैं। गौरतलब है कि सरकार ने समस्त राशन उपभोक्ताओं को ई-केवायसी कार्य 30 जून के पूर्व करवाने के फरमान दिए हैं। तय समायावधि में सत्यापन नहीं होने पर एक जुलाई से राशन बंद कर दिया जाएगा।
यह है प्रक्रिया:
सरकार ने खाद्य सुरक्षा के लाभार्थी परिवारों के सभी सदस्यों की ई-केवायसी करवाने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत राशन कार्ड के साथ परिवार के सभी सदस्यों को राशन की दुकान पर जाना है। यहां पर पोस मशीन में सभी लाभार्थियों को थंब इंप्रेशन देकर स्वयं का प्रमाणीकरण करना है। इसके तहत भविष्य में परिवार के सदस्य किसी भी कारण से बाहर रह रहे हैं या मृतक है, तो उनके नाम काट दिए जाएंगे तथा उनके नाम से उठ रहा राशन भी बंद हो जाएगा।
राशन डीलरों की बढ़ी समस्या:
सत्यापन के कार्य का पूरा दारोमदार राशन डीलरों के जिम्मे हैं। लेकिन, राशन डीलरों को इस कार्य की एवज में कोई भी अतिरिक्त मानदेय नहीं दिया जा रहा है। वहीं, राशन डीलर क्षेत्र के ही होने से उपभोक्ता सीधे राशन डीलरों पर गुस्सा हो रहे हैं। डीलरों का कहना है कि अधिकांश परिवार इन दिनों घुमने गए हैं। वहीं, कई परिवारों के बच्चे ननिहाल हैं। ऐसे में 30 जून तक सत्यापन नहीं होने पर एक जुलाई से राशन बंद हो जाएगा। उपभोक्ता राशन की दुकानों पर हंगामा करेंगे। ई-केवायसी के लिए कम से कम तीन माह का समय देना चाहिए था।
विभाग को समय बढ़ाना चाहिए – जिला राशन संघ डूंगरपुर जिलाध्यक्ष:
जिला राशन संघ डूंगरपुर जिलाध्यक्ष राकेश जैन का कहना है कि भीषण गर्मी में राशन वितरण के साथ ही केवायसी अपडेशन का कार्य 30 जून तक कराना संभव नहीं है। इसके साथ ही इसे केवल राशन डीलरों पर थोपना भी उचित नहीं है। यह कार्य ग्राम पंचायत, ई-मित्र आदि के माध्यम से भी हो सकता है। इस कार्य के लिए डीलरों को कोई मानदेय भी नहीं मिल रहा है। यहां कई लोग अहमदाबाद, महाराष्ट्र एवं खाड़ी देशों में रहते हैं। उनको कैसे बुलाना। वहीं, बुजुर्गों, बच्चों के फिंगर की भी दिक्कत है। विभाग को समय बढ़ाना चाहिए।
e-KYC – दिक्कतों से बढ़ी दुविधा:
– कई परिवारों के बुजुर्गों के थंब इंप्रेशन नहीं।
– कई परिवारों ने अपने आधार अपडेट नहीं करवाए।
– कई परिवारों के बच्चों के आधार नहीं।
– राशन से आधार लिंक अप नहीं होने से समस्या।
– आधार सेवा केन्द्र पर भीड़। आधार अपडेशन में देरी।
– थंब इंप्रेशन नहीं आने पर आई-मशीन दी पर वो भी फेल।
राशन डीलरों की नियमित मॉनीटरिंग – जिला रसद अधिकारी डूंगरपुर:
जिला रसद अधिकारी डूंगरपुर विपिन जैन ने कहा सरकार का आदेश है कि 30 जून के पूर्व सभी को ई-केवायसी अनिवार्य है। सभी राशन डीलरों की नियमित मॉनीटरिंग कर रहे हैं। उपभोक्ताओं को भी सूचित किया जा रहा है। हालांकि, खाद्य सुरक्षा योजना के लाभ से वंचित परिवारों को केवायसी नहीं करवाना है। ऐसे में वह राशन की दुकानों पर नहीं जाए।