राजस्थान क्रिकेट संघ की एडहॉक कमेटी में चल रहे विवाद को विराम देने के लिए राज्य सरकार ने अब कमेटी ही बदल दी है. श्रीगंगानगर से भाजपा विधायक जयदीप बिहाणी को हटाकर भाजपा नेता दीनदयाल कुमावत को कमेटी का नया कन्वीनर बना दिया है. डीडी के नाम से मशहूर कुमावत सवाई माधोपुर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं. वहीं भाजपा के तीन बड़े नेताओं के पुत्रों को कमेटी का सदस्य बनाया गया है. आरसीए की एडहॉक कमेटी में चल रहे विवाद से छुटकारा पाने के लिए राज्य सरकार ने अब कमेटी ही बदल दी है. बड़ा फैसला कमेटी के कन्वीनर को लेकर किया गया.
बीजेपी नेता दीनदयाल कुमावत होंगे संयोजक
भाजपा विधायक जयदीप बिहाणी को कमेटी से बाहर कर दिया गया है, जबकि भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डीडी कुमावत को नया कन्वीनर बना दिया गया है. डीडी कुमावत पिछले दिनों ही सवाई माधोपुर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बने थे. वहीं भाजपा के तीन बड़े नेताओं के पुत्रों को भी कमेटी में जगह मिली है. राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी के बेटे आशीष तिवाड़ी व बहरोड़ विधायक जसवंत यादव के बेटे मोहित यादव को सदस्य बनाया गया है. कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के बेटे धनंजय सिंह को कमेटी में बरकरार रखा गया है. आशीष सीकर जिला क्रिकेट संघ के कोषाध्यक्ष है,
तो मोहित यादव अलवर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष है. इन दोनों की क्रिकेट में एंट्री मौजूदा सरकार के समय ही हुई है. पुरानी कमेटी के सदस्य धनंजय सिंह खींवसर को बरकरार रखा गया है, लेकिन इस बार उनका प्रतिनिधित्व नागौर जिला क्रिकेट संघ से नहीं बल्कि जोधपुर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष के रूप में हुआ है. आरसीए के पूर्व कोषाध्यक्ष पिंकेश जैन को भी सदस्य बनाया गया है. वे प्रदेश भाजपा के सचिव है और भाजपा मीडिया सेल से जुड़े हुए हैं. एडहॉक कमेटी कन्वीनर डीडी कुमावत ने कहा कि हमे प्रदेश में क्रिकेट के हित के लिए काम करेंगे.
27 जून तक थी पुरानी कार्यकारिणी की वैधता
इससे पहले 28 मार्च, 2024 को समिति की नियुक्ति की गई थी, जिसकी वैधता तीन महीने यानी 27 जून 2024 तक थी. इसके बाद RCA की ओर से चुनाव नहीं कराए जा सके और स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई, इसलिए आदेश के तहत पहले से प्रभावी आदेशों को निरस्त करते हुए नई तदर्थ कार्यकारिणी का गठन किया गया है. रजिस्ट्रार ने समिति को निर्देश दिए हैं कि वह RCA में आगामी 3 माह के भीतर उपनियमों के अनुसार कार्यकारिणी समिति के चुनाव सुनिश्चित करें. यह आदेश राजस्थान क्रीड़ा (संघों का रजिस्ट्रेशन, मान्यता और विनियमन) अधिनियम, 2005 की धारा 24(1) के तहत जारी किया गया है.
पूरे विवाद के दौरान खेल मंत्री तो कुछ नहीं बोले, लेकिन बिहाणी लगातार उन पर आरोप लगाते रहे. विवाद के चलते विपक्षी पार्टी कांग्रेस को भी निशाना साधने का मौका मिल गया. ऐसे में सरकार ने भी विवाद को खत्म करने का फैसला किया. माना जा रहा है कि खेल मंत्री से विवाद करना भाजपा विधायक जयदीप बिहाणी को भारी पड़ गया और उनको कमेटी से ही बाहर कर दिया. वरना पहले यह चर्चा थी कि बिहाणी को बरकरार रखा जा सकता है और बाकी सदस्य बदले जाएंगे.