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राजस्थान के 15 विश्वविद्यालयों और 452 काॅलेजों में मतदान तनावपूर्ण शांति के संग संपन्न हो गया। 27 अगस्त को रिजल्ट आएगा। राजस्थान विवि में चुनाव की पारदर्शिता पर सवाल उठे है। एक छात्रा ने बैलेट पेपर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। जबकि मतदान के दौरान अंदर फोन ले जाना मना है। बताया जा रहा है कि वह छात्रा राजस्थान विश्वविद्यालट की पूर्व उपाध्यक्ष रही है। उनके भाई राजस्थान विवि से छात्र संघ का चुनाव लड़ रहे हैं। आज राजस्थान विवि छात्रसंघ चुनावों का खुमार कैंपस पर छाया हुआ है। अपने अलग अंदाज में उम्मीवार समर्थक वोटर्स से अपने लिए अपील करते देखे गए। समर्थक घुटनों पर और दंडवत प्रणाम कर वोट के लिए अपील करते दिखे। कुछ ने प्रत्याशी को जिताने के लिए जूते चप्पल तक त्याग दिए हैं। शनिवार सुबह 10 बजे से शुरू मतगणना होगी। सुबह 8 बजे से शुरू हुआ मतदान 1 बजे समाप्त हुआ। मतपेटियों को पुलिस सुरक्षा के बीच कॉमर्स कॉलेज ले जाया जाएगा।
कल आएगा रिजल्ट
सुबह 8 बजे से मतदान: प्रदेश की सरकारी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हुआ। राजस्थान विश्वविद्यालय में 20 हजार 770 मतदाताओं के लिए 91 मतदान केंद्र बनाए गए। वहीं मतदाताओं को गेट पर ही आईडी चेक करने के बाद उन्हें कैंपस में प्रवेश दिया गया। जयपुर में छात्रों को मतदान केंद्र तक पहुंचाने के लिए ई रिक्शा और बसों की व्यवस्था की गई। राजस्थान यूनिवर्सिटी छात्र संघ के चार पदों अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव पद के लिए पीजी के स्टूडेंट्स के साथ ही यूजी के स्टूडेंट्स भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। राजस्थान विश्वविद्यालय में 2011 से 2019 के छात्रसंघ चुनाव का वोटिंग प्रतिशत देखें तो ये 50% के इर्द-गिर्द ही रहा है। बीते सालों में महज 2016 में 58% वोटिंग हुई है। हालांकि इस बार विश्वविद्यालय प्रशासन और संघटक कॉलेजों की ओर से जागरूकता अभियान चलाते हुए वोट कास्ट की अपील भी की है।
राजस्थान विवि में रोचक मुकाबला
राजस्थान विवि में एनएसयूआई ने रितु बराला और एबीवीपी ने नरेंद्र यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है। जबकि मंत्री मुरारी लाल मीना की बेटी निहारिका जोरवाल बागी होकर चुनाव लड़ रही है। भानु प्रताप मीना के चुनाव में लड़ने से निहारिक जोरवाल के समीकरण बिगड़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं। छात्रसंघ चुनावों को लेकर राजस्थान विवि में भारी संख्या में पुलिस जाब्त तैनात किया गया है। छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा।