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राजधानी जयपुर में पुलिस की वर्दी में आए चार बदमाशों द्वारा एक होटल कारोबारी के अपहरण मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है. कारोबारी से मारपीट कर उसके परिजनों से 2 करोड़ की फिरौती की डिमांड करने और फिर 50 लाख रुपए वसूलने के आरोप में जयपुर पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं पुलिस ने आरोपियों के पास 24 लाख रुपए नकद, 2 पिस्टल, कारतूस और वारदात के दौरान इस्तेमाल की गई एक पुलिस की वर्दी और बैज भी बरामद किया है. पुलिस का कहना है कि कारोबारी को पहले से शक था कि वारदात को अंजाम उसके किसी परिचित या करीबी ने ही दिया है. वहीं आरोपियों से पूछताछ के बाद पता चला है कि पीड़ित कारोबारी के ड्राइवर के तौर पर काम कर चुके एक शख्स के बेटे ने ही वारदात की साजिश रची और अपने दोस्तों के साथ मिलकर अंजाम दिया. बता दें कि पुलिस ने मामले में सुमंत मीणा, मुनेश, महेश और नितेश को गिरफ्तार किया है जहां सुमंत कारोबारी के ड्राइवर रह चुके पंखीराम का बेटा है जो मुख्य साजिशकर्ता है. पुलिस का कहना है कि चारों आरोपियों के अलावा इनका एक अन्य साथी हीरालाल फरार है.
पुलिसकर्मी बन जबरन कार में डाला
घटना के मुताबिक मुहाना के रहने वाले 58 साल के होटल कारोबारी अजय मंगल ने शनिवार को जयपुर के शिप्रापथ पुलिस थाने में एक रिपोर्ट दर्ज करवाई जिसके मुताबिक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरिशंकर ने बताया कि कारोबारी से मारपीट कर उसके परिजनों से दो करोड़ की फिरौती की मांग की गई जिसके बाद परिजनों के 50 लाख रुपए देने पर बदमाशों ने कारोबारी को छोड़ा और फरार हो गए. वहीं बदमाशों ने कारोबारी को जान से मारने की धमकी भी दी.
पीड़ित मंगल ने पुलिस को बताया कि दो दिन पहले वह होटल जाने के लिए सुबह 10 बजे जब घर से निकला था तो रास्ते में एक मारुति स्विफ्ट डिजायर उसकी कार के सामने आकर रुकी और कार से पुलिस वर्दी पहने एक युवक उसके पास आया और बोला कि 31 दिसंबर, 2022 की रात को तुम्हारी कार कहां थी, हमारे साहब जानना चाहते हैं.
वहीं इसके बाद वह उसे स्विफ्ट डिजायर कार की तरफ ले गया, जहां अंदर बैठे अन्य 4 लोगों ने उसे जबरन कार में बिठा लिया और उसे मुहाना की ओर ले गए. इसके बाद बदमाशों ने उसके साथ अपनी कार में मारपीट की और परिजनों को फोन कर फिरौती मांगी. वहीं कारोबारी को पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी और पिस्तौल भी दिखाई. पुलिस का कहना है कि कारोबारी को पहले से शक था कि अपहरणकर्ता उसे पहले से जानते हैं.
ड्राइवर का बेटा ही निकला किडनैपर
बदमाशों के दो करोड़ की फिरौती मांगने पर पीड़ित ने अपने मोबाइल से दो-तीन परिचितों को पैसों का इंतजाम करने के लिए कहा जिसके बाद उसके परिजनों ने 50 लाख का इंतजाम किया और इस पर बदमाशों ने पैसे लेने के लिए अजमेर रोड़ पर उसके परिजनों को बुलाया और पैसे लेकर फरार हो गए. वहीं कारोबारी को वहीं पर गाड़ी से नीचे उतार गए. पुलिस को मामले की जानकारी मिलने पर कारोबारी के यहां काम करने वाले सभी पूर्व कर्मचारियों का डेटा निकलवाया गया और उनकी पृष्ठभूमि की जांच की गई.
डीसीपी (दक्षिण) योगेश गोयल ने बताया कि पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि लखीराम और पंखीराम उसके यहां ड्राइवर का काम करते थे और 5 साल पहले उन्होंने भी कारोबारी से 10-15 लाख रुपए वसूले थे. पुलिस के मुताबिक पंखीराम के बेटे सुमंत मीणा और उसके दोस्तों ने पैसे के लिए कारोबारी अजय मंगल के अपहरण की योजना बनाई और वह 50 लाख रुपए लेकर फरार हो गए.