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राजस्थान: सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस ने बनाई 8 टीम, 168 सदस्य के जरिए साधा जातीय और क्षेत्रीय समीकरण

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राजस्थान की सियासत में तीन दशकों से चली आ रही सत्ता परिवर्तन के ट्रेंड को कांग्रेस तोड़ने की कवायद में है. विधानसभा चुनाव के लिहाज कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आठ समितियों का गठन किया, जिसमें 168 सदस्यों को जगह दी गई है. इस तरह कांग्रेस ने सूबे के जातीय व क्षेत्रीय समीकरण के बैलेंस बनाने के साथ-साथ पार्टी के अंदर चल रही गुटबाजी को दूर करने के संदेश दिए हैं. इतना ही नहीं पार्टी ने कमेटियों में जिस तरह से दूसरी पीढ़ी के नेताओं को तवज्जे देकर नई पीढ़ी को आगे बढ़ाने का काम किया है. विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने आठ कमेटियां गठित की है. इसमें कोर कमेटी, समन्वय समिति, प्रचार समिति, मेनिफेस्टो कमेटी, स्ट्रेटजी कमेटी, मीडिया एवं संचार समिति, प्रचार एवं प्रकाशन समिति और प्रोटोकॉल समिति शामिल है. कोर कमेटी में 10 नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है. समन्वयक राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को बनाया गया है. को-ऑर्डिनेशन कमेटी में 26 नेताओं को जगह दी गई है, जिसमें सीएम गहलोत सहति सचिन पायलट और गोविंद सिंह डोटासरा शामिल हैं. विधानसभा के अध्यक्ष सीपी जोशी को घोषणा पत्र कमेटी का अध्यक्ष, हरीश चौधरी को स्ट्रैटेजिक कमेटी का अध्यक्ष और ममता भूपेश को मीडिया और कम्युनिकेशन कमेटी का अध्यक्ष बनाया है. सचिन पायलट समर्थक मंत्री मुरारीलाल मीणा को पब्लिसिटी और पब्लिकेशन कमेटी का अध्यक्ष और प्रमोद जैन भाया को प्रोटोकॉल कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है. चुनावी कमेटियों के अध्यक्ष बनाए गए नेता हर कमेटी में एक्स ऑफिसियो मेंबर रहेंगे. इस तरह से कांग्रेस ने अलग-अलग कमेटियों में अलग-अलग जाति और क्षेत्र के नेताओं को जगह देकर एक नई सोशल इंजीनियरिंग खड़ी करने का दांव चला है.

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मेघवाल के सामने मेघवाल

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बीजेपी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर गठित संकल्प पत्र समिति के संयोजक का जिम्मा केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल को सौंपा है. बीजेपी के मेघवाल के जवाब में कांग्रेस ने भी मेघवाल दांव चल दिया है. कांग्रेस ने कैंपेन कमेटी का अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह मेघवाल को बनाया है. इस तरह से दलित वोटों को साधने के लिए दोनों ही पार्टियों ने मेघवाल का दांव खेली है. कांग्रेस ने दो दलित मंत्रियों को कमेटियों का अध्यक्ष बनाकर सियासी संदेश देने की कोशिश की है. राजस्थान की सियासत में दलित वोटर निर्णायक भूमिका में है.

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ओबीसी वोटों पर नजर

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राजस्थान में कांग्रेस की नजर ओबीसी वोटों पर है. कांग्रेस ने चुनाव के लिए गठित कमेटियों में सबसे ज्यादा जगह ओबीसी नेताओं को दी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर हरीश चौधरी, सचिन पायलट, धीरज गुर्जर, राम सिंह कुशवाहा, जसवंत गुर्जर जैसे ओबीसी नेताओं को जगह दी गई है. ऐसे में साफ है कि कांग्रेस की पूरी तरह से ओबीसी वोटों को अपने साथ मजबूती से जोड़े रखने की रणनीति है. इतना ही नहीं कांग्रेस आदिवासी समुदाय से आने वाले पायलट समर्थक मंत्री मुरारीलाल मीणा को पब्लिसिटी और पब्लिकेशन कमेटी का अध्यक्ष बनाया है. इतना ही टीकाराम मीणा को घोषणापत्र कमेटी में रखा गया है.

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महिलाओं को मिली तवज्जे

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देश की राजनीति में किसी भी दल का खेल बनाने और बिगाड़ने की ताकत महिलाएं रखती हैं. बीजेपी की जीत में महिला मतदाता की अहम भूमिका रही है, जिसे पीएम मोदी साइलेंट वोटर बताते रहे हैं. इसी के मद्देनजर कांग्रेस भी महिलाओं को साधने में जुटी है, जिसके चलते राजस्थान में गठित 8 कमेटियों में 14 महिला नेताओं को जगह दी गई है. हालांकि, महिलाओं की आबादी के लिहाज से यह भागीदारी कम है, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें अहम कमेटियों में जगह देकर सियासी संदेश देने की कोशिश की है.

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किस कमेटी में कौन शामिल?

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कांग्रेस की स्ट्रैटेजिक कमेटी में हरीश चौधरी को अध्यक्ष, धीरज गुर्जर उपाध्यक्ष, विधायक रोहित बोरा संयोजक, राम सिंह कुशवाहा और अमित चाचाण को सह संयोजक बनाया गया है. इस कमेटी में रामेश्वर डूडी, डूंगर राम गेदर, खानू खान बुधवाली, पवन गोदारा, विशाल जांगिड़, संगीता बेनीवाल, उर्मिला योगी, ललिता यादव, अजीत यादव, अमित मुद्गल, शमा बानो, शकुंतला रावत, वाजिब अली, मदन प्रजापत, मानवेंद्र सिंह, रतन देवासी, मांगीलाल गरासिया, रूपाराम मेघवाल, कैलाश मीणा, मदन गोपाल मेघवाल और जयंती बिश्नोई को सदस्य बनाया गया है.

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मीडिया और कम्युनिकेशन कमेटी की जिम्मेदारी ममता भूपेश को अध्यक्ष, प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी को उपाध्यक्ष, मुकेश भाकर को संयोजक, जसवंत गुर्जर और प्रशांत बैरवा को सह संयोजक बनाया है. राजकुमार जयपाल, सुरेश चौधरी, प्रतिष्ठा यादव, हरीश चौधरी सिरोही, राजेंद्र यादव, विक्रम स्वामी, पंकज मेहता, प्रदीप चतुर्वेदी, प्रतीक सिंह, पंकज शर्मा, नितिन सारस्वत, आईदान राम भाटी, दीनबंधु शर्मा, डिंपल राठौड़, प्रियदर्शी भटनागर, मोहम्मद इदरीश गौरी और संग्राम सिंह को सदस्य बनाया गया है. चुनाव के लिए गठित पब्लिसिटी और पब्लिकेशन कमेटी का अध्यक्ष मुरारी लाल मीणा, उपाध्यक्ष अर्जुन बामनिया, सुदर्शन सिंह रावत संयोजक,आरसी चौधरी और राजीव अरोड़ा को सह संयोजक बनाया है. परशुराम, दयाराम परमार, अशोक बैरवा, राजेंद्र चौधरी, सीताराम अग्रवाल, रामगोपाल बैरवा, महेंद्र सिंह खेड़ी, देशराज मीणा, नरेश चौधरी, राहुल भाकर, अभिमन्यु पूनिया, सुधींद्र मूंड, वीरेंद्र सिंह यूरी, क्रांति तिवारी, दीपांश हेमनानी और विजय जैन को सदस्य बनाया गया है. प्रोटोकॉल कमेटी की कमान मंत्री प्रमोद जैन भैया को सौंपी गई है. टीकाराम जूली उपाध्यक्ष, मुमताज मसीह संयोजक, रफीक खान और पुष्पेंद्र भारद्वाज को सह संयोजक बनाया है. प्रहलाद झूरिया, नसीम अख्तर इंसाफ, जियाउर रहमान, किशनाराम बिश्नोई, विद्याधर चौधरी, संदीप चौधरी, वीरेंद्र झाला, कैप्टन अरविंद कुमार, रघुवीर सिंह राठौड़, छोटू राम मीणा, भीम सिंह चुंडावत, राजीव त्रेहान, प्रमोद सिसोदिया, माहिम खान, ललित बोरीवाल और बाबूलाल जैन को सदस्य बनाया गया है.

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