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चक्रवात बिपरजॉय अब गुजरात से राजस्थान की तरफ बढ़ चला है. देर रात बाड़मेर में भारी बारिश हुई. उदयपुर, जालौर, जोधपुर, जैसलमेर और आसपास के क्षेत्रों में भी तेज हवाओं के साथ बारिश हुई. राज्य में कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. गुजरात के मांडवी में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. कच्छ-सौराष्ट्र में हालात खराब हैं. आने वाले दिनों में राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में भी इसका असर दिख सकता है.राजस्थान में कई क्षेत्रों में बताया जा रहा है कि जलजमाव की स्थिति भी पैदा हुई है. हवाएं 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली. उदयपुर में एक मकान के दूसरे मंजिल का शीशा टूटकर गिरा, जिससे एक कार क्षतिग्रस्त हो गई. भारी बारिश की वजह से उत्तर पश्चिमी रेलवे जोन का परिचालन भी प्रभावित हुआ है. बताया जाता है कि चक्रवात के असर को देखते हुए 14 ट्रेनें रद्द की गईं. इस बीच इन जिलों में सरकारी कामकाज भी प्रभावित हुआ. मौसम विभाग ने राजस्थान के कुछ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. विभाग का अनुमान है कि सोमवार तक यहां बारिश होगी.
जालौर-बाड़मेर में भारी बारिश का रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने जालौर और बाड़मेर के लिए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है. बताया जाता है कि इन क्षेत्रों में 200 एमएम तक बारिश दर्ज की गई है. जालौर के चित्तलवाना में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई. गुरुवार से आज तड़के तक यहां 7 सेंटीमीटर बारिश हो चुकी है. बाकी अन्य राज्यों में इससे कहीं कम बारिश हुई. जैसा कि बाड़मेर को मौसम विभाग ने रेड अलर्ट पर रखा है, 5000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. आने वाले दिनों में यहां हालात बिगड़ने की आशंका है.
खतरे के बीच एसडीआरएफ की 30 टीमें तैनात
मौसम विभाग का अनुमान है कि नागौर, अजमेर, राजसमंद, भीलवाड़ा और उदयपुर जिलों में बहुत भारी बारिश हो सकती है. जैसलमेर, बीकानेर, जयपुर, चित्तौड़गढ़ में भारी बारिश की संभावना है. प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, बूंदी, टोंक जिले में भी तेज हवा के साथ बारिश की आशंका जताई गई है. सुरक्षा के लिहाज से यहां स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की 30 रेस्क्यू टीम की तैनाती की गई है. 22 टीम को रिजर्व में रखा गया है.
गुजरात के मांडवी में बाढ़ जैसे हालात
चक्रवात बिपरजॉय ने अरब सागर में 10 दिन बिताने के बाद गुजरात के जखाऊ तट से गुजरा. यहां मांडवी में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. यहां लोगों को बड़ी सममस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. कच्छ और सौराष्ट्र के कई हिस्से में भी बाढ़ आ गई है. कच्छ में तबाही का आलम ये है कि ययहां 80 हजार बिजली के खंभे उखड़ गए हैं. 33 हजार हेक्टेयर खेती को नुकसान हुआ है.
दिल्ली में बारिश की संभावना, चक्रवात हुआ कमजोर
चक्रवात का असर अब राजधानी दिल्ली में भी देखने को मिलेगा. मौसम विभाग ने बताया कि राजधानी में शनिवार को बारिश हुई और आने वाले में दिनों में यहां बारिश की संभावना है. चक्रवात पर शुक्रवार रात 11.30 बजे तक के अपडेट के मुताबिक, यहां डीप डिप्रेशन में बदल गया है. चक्रवाती तूफान दक्षिण-पश्चिम राजस्थान से सटे दक्षिण-पूर्व पाकिस्तान और धोलावीरा से लगभग 100 किमी उत्तर-पूर्व में कच्छ के ऊपर एक गहरे दबाव में कमजोर हो गया. आईएमडी ने बताया कि अगले 12 घंटों के दौरान एक डिप्रेशन में और कमजोर होने की संभावना है.