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बारिश के मौसम के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया बीमारी के केस सामने आने लगे हैं. कुछ मरीज भी अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं. राहत की बात यह है कि अभी तक कोई मौत दर्ज नहीं की गई है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि अब हर नए दिन के साथ डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामलों में इजाफा होगा. ये तीनों ही मच्छर जनित बीमारियां हैं. जिनका समय पर इलाज न होने से जानलेवा हो सकती हैं. ऐसे में जरूरी है कि लोग खुद का बचाव करें. ये बीमारियां अगर ज्यादा फैली तो स्थिति बिगड़ सकती है. आइए पहले जान लेते हैं कि दिल्ली -एनसीआर में डेंगू, मलेरिया के कितने केस आ रहे हैं. पहले दिल्ली की बात करते हैं. दिल्ली में एमसीडी से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के कुल केस 172 मामले आ चुके हैं. हर नए दिन के साथ केस बढ़ रहे हैं.
एमसीडी की ओर से इस सप्ताह तक के मामलों का डाटा
डेंगू के कुल मामले : 122
मलेरिया : 38
चिकनगुनिया: 12
लोकनायक अस्पताल में भर्ती हुए मरीज
दिल्ली के लोकनायक हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने Tv9 से बातचीत में बताया कि अस्पताल में फिलहाल डेंगू के 2 मरीज भर्ती हैं. दोनों की हालत स्थिर है. हालांकि आने वाले दिनों में केस बढ़ने की आशंका है. ऐसे में लोगों को अभी से बचाव करना चाहिए. डेंगू या मलेरिया का अगर समय पर इलाज न हो तो ये जानलेवा साबित हो सकते हैं. बचाव के लिए जरूरी है कि अपने घर के आसपास सफाई रखें और पानी जमा न होने दें.
लेडी हार्डिंग हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुभाष गिरि ने Tv9 से बातचीत में बताया कि फिलहाल अस्पताल में डेंगू और मलेरिया को कोई मरीज नहीं है. पिछले महीने 3 मरीज एडमिट हुए थे, जिनको छुट्टी दे दी गई है. अस्पताल में डेंगू की रोकथाम के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. इसके तहत स्प्रे का छिड़काव किया जा रहा है. अगर कहीं पानी जमा हुआ है तो उसको भी निकाला जा रहा है. एम्स के मेडिसिन विभाग के डॉ. नीरज ने बताया कि अस्पताल में अभी डेंगू के केस नहीं आ रहे हैं. एक दो मरीज पिछले सप्ताह भर्ती हुए थे, लेकिन उनमें गंभीर लक्षण नहीं थे. हालांकि लोगों को इन मच्छर जनित बीमारियों को लेकर बहुत सतर्क रहना होगा. खासतौर पर डेंगू से बचाव करना होगा. इसका बुखार लंबे समय तक रहता है तो मरीज की स्थिति बिगड़ सकती है.
गाजियाबाद में मलेरिया के 10 केस
दिल्ली से सटे गाजियाबाद में अभी तक डेंगू का कोई रिपोर्ट नहीं हुआ है, लेकिन मलेरिया के मामले आ रहे हैं.गाजियाबाद के डीएसओ डॉ आर के गुप्ता के मुताबिक, जिले में अभी मलेरिया के केस आ रहे हैं. डेंगू के मामले नहीं आए हैं. मलेरिया के 10 मामले रिपोर्ट किए गए हैं. सभी मरीजों की हालत स्थिर है.
नोएडा में सात केस
नोएडा में अभी तक डेंगू के सात मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें से दो मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है. जिला स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक, अभी किसी मरीज में डेंगू के गंभीर लक्षण नहीं मिले हैं. इस बीमारी की रोकथाम के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे है.
आने वाले दिनों में तेजी से बढ़ सकते हैं केस
सफदरजंग हॉस्पिटल के डॉ. दीपक सुमन बताते हैं कि बारिश के बाद से ही डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. अब बारिश हो रही है तो कुछ इलाकों में जलभराव भी हो गया है. इसमें मच्छरों का लार्वा पनपता है. ये मच्छर लोगों में डेंगू और मलेरिया का बुखार करेंगे. ऐसे में लोगों को अभी से अलर्ट रहना होगा. अगर डेंगू का समय पर इलाज न हो तो शरीर में प्लेटलेट्स का लेवल गिरने लगता है, जो मौत का कारण बन सकता है.
स्वास्थ्य नीति विशेषज्ञ डॉ. अंशुमान कुमार ने बताया कि डेंगू के स्ट्रेन में बदलाव होता रहता है. इस वजह से ये काफी खतरनाक बना रहता है. लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. डेंगू का बुखार अधिकतर लोगों में खुद ही ठीक हो जाता है, लेकिन कमजोर इम्यूनिटी वालों को ये निशाना बना सकता है. ये बुखार शॉक सिंड्रोंम का कारण बन सकता है. इसमें बुखार के साथ दिल की धड़कन का तेज होना, बेहोशी, सिरदर्द, पीठ में दर्द और स्किन पर रैशेज निकलने लगते हैं. कई लोगों के शरीर में प्लेटलेट्स का लेवल भी कम हो जाता है. ये स्थिति जानलेवा हो जाती है.
यूं करें डेंगू से बचाव
घर के आसपास पानी जमा न होने दें
पूरी बाजू के कपड़े पहने
दो दिन से ज्यादा बुखार है तो डेंगू की जांच करा लें
शरीर को हाइड्रेट रखें
घर में गमलों या कूलर में पानी जमा न होने दें