बीकानेर। रिपोर्ट टाइम्स।
शिक्षा विभाग ने राजस्थान के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल (राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबद्ध) को एक साथ संचालित करने के आदेश दिए हैं। ऐसे सभी स्कूल एक साथ शुरू होंगे और एक ही समय पर सबकी छुट्टी होगी। अगर कोई स्कूल इन आदेशों की अवहेलना करेगा, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। यहां तक कि मान्यता भी रद्द की जा सकती है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने बुधवार देर रात करीब 10 बजे यह आदेश जारी किए गए हैं। सर्दी में आधे घंटे कम होगी पढ़ाई माध्यमिक शिक्षा निदेशक की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि सर्दी के समय में एकल पारी स्कूल सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक ही चलेंगे।
इसके अलावा दो पारी वाले स्कूल सुबह साढ़े 7 से शाम साढ़े 5 बजे तक चलेंगे। दो पारी वाले स्कूल की प्रत्येक पारी सर्दी में 5 घंटे की ही रहेगी। गर्मी में सभी एक पारी के स्कूल सुबह साढ़े 7 से दोपहर 1 बजे तक संचालित होंगे। दो पारी वाले स्कूल सुबह 7 से शाम 6 बजे तक संचालित होंगे। दो पारी वाले स्कूलों में गर्मी में प्रत्येक पारी साढ़े 5 घंटे की होगी। दो पारी वाले स्कूलों में सर्दी में आधा घंटे कम पढ़ाई होगी।
नियम नहीं मानने पर स्कूल पर होगी कार्रवाई
निदेशक आशीष मोदी ने कहा- विभाग के ध्यान में आया है कि राज्य में संचालित गैर सरकारी स्कूल शिविरा (शैक्षणिक) कैलेंडर को पूरी तरह पालन नहीं कर रहे हैं। सर्दी बढ़ने के बाद भी स्कूलों का संचालन सुबह जल्दी किया जा रहा है। इससे स्टूडेंट्स के स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है। अगर कोई प्राइवेट स्कूल कैलेंडर का पालन नहीं करता है तो संबंधित स्कूल के खिलाफ राजस्थान गैर सरकारी शैक्षिक संस्था अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। स्कूलों की मान्यता व क्रमोन्नति भी रद़्द की जा सकती है।
सुबह 6 बजे आती है बस सर्दी बढ़ने के बाद भी सुबह 6 बजे बच्चों को लेने के लिए स्कूल बस आ जाती है। ऐसे में स्टूडेंट्स को भारी सर्दी में सुबह 5 बजे उठकर तैयार होना पड़ता है। जिन इलाकों में स्कूल घर से 15 किलोमीटर की दूरी पर हैं, वहां स्टूडेंट्स को एक घंटे पहले निकलना पड़ता है। अब राज्यभर में समान समय पर स्कूल संचालित करने से स्टूडेंट्स को राहत मिल सकती है।
सभी स्कूलों का समय समान होना चाहिए
शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक रमेश हर्ष ने बताया- शैक्षणिक कैलेंडर सभी स्कूलों पर लागू होता है। सीबीएसई एक बोर्ड है, जिसका स्कूल समय से कोई सरोकार नहीं होता। जिन स्कूल को एनओसी देते हुए कैलेंडर के पालन की शर्त लगाई गई है, उन्हें भी अपना समय माध्यमिक शिक्षा निदेशक के आदेश के अनुसार बदलना चाहिए।
असमंजस की स्थिति डायरेक्टर के आदेश के बाद ये स्पष्ट नहीं हुआ है कि ये आदेश सीबीएसई स्कूल पर लागू होगा या नहीं। सभी सीबीएसई स्कूल अपने स्तर पर अलग से समय तय करते हैं। शिक्षा विभाग एनओसी देते हुए शर्त रखता है कि शैक्षणिक कैलेंडर का पालन करना होगा। सर्दी सभी को लगती है शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ के प्रदेश संरक्षक राजेश व्यास का कहना है कि राज्य के सभी स्कूल में समान समय होना चाहिए। सर्दी सभी को लगती है। ऐसे में सुबह 7-8 बजे के बजाय 10 बजे से एकल पारी स्कूल शुरू होने चाहिए।