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जयपुर के बस्सी अस्पताल में एक महिला एसयूवी में सवार होकर आई और टीका लगाने के बहाने नवजात को गोदी में लिया और फरार हो गई. यह घटना अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है. घटना की जानकारी होने पर अस्पताल में हड़कंप मच गया. आनन फानन में मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेकर मामले की छानबीन शुरू की.गनीमत रही कि महज चार घंटे में ही पुलिस ने बच्चे को बरामद भी कर लिया. यह वारदात 27 जुलाई की रात करीब 8:45 का है. जयपुर के डीसीपी ईस्ट ज्ञानचंद यादव के मुताबिक दौसा जिले में गांगलियावास के रहने वाले भजन लाल बैरवा ने शिकायत दी थी. इसमें बताया था कि 25 जुलाई को उनकी पत्नी कलावती ने बस्सी के अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती हुई थी.
अगले दिन 26 जुलाई को डिलीवरी हुई. उसी दिन रात में करीब 8:45 बजे दो महिलाएं नर्सिंग स्टॉफ के रूप में आई और बताया कि बच्चे को टीका लगना है.इसके बाद इन महिलाओं ने उनकी मां के गोंद से बच्चे को अपने हाथ में लिया और चली गई. भजन लाल बैरवा के मुताबिक उन महिलाओं के पीछे पीछे उनकी मां भी गई, लेकिन यह महिलाएं उनकी मां को चकमा देकर फरार हो गईं. इसके बाद उनकी मां ने शोर मचाया तो अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी गई. इसमें पता चला कि दो महिलाएं एसयूवी में सवार होकर आई थीं और बच्चे को लेकर फरार हो गई. अस्पताल प्रबंधन ने ही मामले की सूचना पुलिस को दी.इसके बाद पुलिस पूरे शहर में नाकाबंदी कराई और महजा चार घंटे बाद ही रिंगरोड के पास इन महिलाओं की गाड़ी को रोक लिया. इसके बाद पुलिस ने बच्चा बरामद करते हुए इन्हें गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक यह दोनों महिलाएं बच्चा चोर गिरोह का हिस्सा हैं. ऐसे में इनसे पूछताछ कर पूरे गिरोह के बारे में पता करने की कोशिश की जा रही है.